यात्रा भत्ता मंजूर करने के लिए दो लिपिकों ने मांगी रिश्वत - एसीबी ने रंगेहाथों पकड़ा
एसीबी की कार्रवाई यात्रा भत्ता मंजूर करने के लिए दो लिपिकों ने मांगी रिश्वत - एसीबी ने रंगेहाथों पकड़ा
डिजिटल डेस्क, बीड. यात्रा भत्ता मंजूर करने के लिए उस्मानाबाद के एक लिपिक ने 2 हजार रुपए की रिश्वत मांगी, लेकिन रिश्वत की रकम उसने आष्टी के लिपिक के पास देने को कहा। इसके लघु सिंंचाई उपविभाग के लिपिक ने मंजूरी मिलने के बाद यात्रा भत्ता का चेक देने के लिए एक हजार नौ सौ रुपए अलग से मांगे।
इसके बाद सोमवार को वरिष्ठ लिपिक कुल तीन हजार नौ सौ रूपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में प्रथम लिपिक उस्मानाबाद और वरिष्ठ लिपिक आष्टी दोनो के खिलाफ पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया गया।
जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता ने यात्री भत्ता 19 हजार 410 रुपए की मंजूरी के लिए कुंदन अशोक गायकवाड प्रथम लिपिक (प्रकल्प कार्यकारी अभियंता कार्यालय उस्मानाबाद को फोन पर बात की, गायकवाड ने 2 हजार रुपए देने को कहा था, इसके बाद पोपट गरुड वरिष्ठ लिपिक (लघु सिंचाई उपविभाग आष्टी) ने अलग से 1 हजार 900 रूपए की रिश्वत मांगी थी
शिकायतकर्ता ने दोनो की शिकायत एसीबी कार्यालय में कर दी। जिसके बाद एसीबी का दस्ता सोमवार को मौके पर पहुंचा। जाल बिछा लघु सिंचाई आरोपी को रंगेहाथ गिरफ्तार किया। एसीबी दस्ते के अधीक्षक संदीप ओटोले, अपर अधीक्षक विशाल खांबे के मार्गदर्शन में उपधीक्षक शंकर शिंदे, पुलिस कर्मी सुरेश सांगले, भारत गारदे, संतोष राठोड, अमोल खरसाडे, गणेश म्हेत्रे की टीम ने कार्रवाई को आंजाम दिया।