Seoni News: भ्रष्टाचार का मामला, नपा अध्यक्ष को भोपाल तलब करने की तैयारी
- इसी माह पेश किया था जवाब, हरकत में भाजपाई पार्षद
- अफसरों की टीम गठित कर नगर पालिका में हुए भ्रष्टाचार की जांच कराई गई थी।
Seoni News: नगर पालिका में हुए भ्रष्टाचार की जांच के बाद आर्थिक अनियमितता के गंभीर आरोपों में घिरे अध्यक्ष शफीक खान को भोपाल तलब करने की तैयारी की जा रही है। इस संबंध में मप्र शासन नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने फाइल तैयार कर प्रमुख सचिव के पास भेजी है। सोमवार दोपहर तक उक्त फाइल में प्रमुख सचिव के हस्ताक्षर नहीं हो पाए थे।
भोपाल से जुड़े सूत्रों के अनुसार फाइल पर प्रमुख सचिव के हस्ताक्षर होते ही नगर पालिका अध्यक्ष शफीक खान को अंतिम अवसर देते हुए 3 दिन के भीतर उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने का नोटिस जारी किया जाएगा। जानकारों के अनुसार इस प्रक्रिया के पश्चात शहर में कांग्रेस की नगर सरकार चला रहे अध्यक्ष खान को मप्र नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा 41-क व अन्य धाराओं के तहत अयोग्य घोषित करते हुए पद से हटाने की कार्रवाई की जा सकती है।
यदि ऐसा किया जाता है तो राज्य शासन अध्यक्ष को पद से हटाकर किसी भाजपा पार्षद को अध्यक्ष का प्रभार देकर 7 अथवा 15 दिन के भीतर नए अध्यक्ष का निर्वाचन कराने का आदेश कलेक्टर को जारी कर सकता है। हालांकि अध्यक्ष से जुड़े सूत्र बताते हैं कि पद से हटाने जैसी कोई कार्रवाई होती है तो न्यायालय के दरवाजे भी खुले हुए हैं।
क्या है मामला
लिखित शिकायत के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्देश पर अफसरों की टीम गठित कर नगर पालिका में हुए भ्रष्टाचार की जांच कराई गई थी। जांच में नगर पालिका में खरीदी प्रक्रिया, निविदा में गड़बड़ी, डीजल खपत में गोलमाल सहित अन्य आर्थिक अनियमितता किए जाने का खुलासा हुआ। इसके बाद मप्र शासन नगरीय विकास एवं आवास विभाग के उप सचिव आरके कार्तिकेय ने मप्र नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा 41-क व अन्य धाराओं के अंतर्गत कारण बताओ नोटिस जारी कर नपा अध्यक्ष से 15 दिन में जवाब तलब किया था।
उन्हें 19 अक्टूबर तक जवाब पेश करना था, लेकिन जांच समिति का प्रतिवेदन न दिए जाने का हवाला देते हुए नपा अध्यक्ष ने 15 दिन का अतिरिक्त समय दिए जाने की मांग कर दी थी। उक्त अवधि पूर्ण होने के बाद अध्यक्ष ने इसी माह के प्रारंभ में अपना जवाब पेश किया था। इस मामले में नगर पालिका के अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ भी विभागीय जांच की जा रही है।
भाजपा पार्षदों में बढ़ी खींचतान
अध्यक्ष की कुर्सी पर मंडराए खतरे के चलते भाजपा पार्षदों की नजरें अध्यक्ष की कुर्सी पर गड़ गई है। विधानसभा चुनाव के बाद बदली परिस्थितियों के चलते नपा उपाध्यक्ष व कांग्रेस पार्षद डाली डागौर व अन्य कांग्रेसी पार्षद भाजपा में शामिल हो गए थे। इससे भाजपा बहुमत में आ गई थी। 24 में से 14 पार्षद भाजपा व 10 पार्षद कांग्रेस के हैं।
सूत्रों की मानें तो नया अध्यक्ष बनने के लिए भाजपा के तीन पार्षदों के बीच जमकर अंदरूनी खींचतान चल रही है। अपने पक्ष में माहौल बनाने के प्रयास अंदरखाने जमकर हो रहे हैं। कांग्रेस पार्षदों से भी संपर्क साधना शुरु कर दिया गया है।