मन नदी में डूबने से दो बालकों की दर्दनाक मौत , गर्मी से राहत पाने गए थे तैरने

मन नदी में डूबने से दो बालकों की दर्दनाक मौत , गर्मी से राहत पाने गए थे तैरने

Bhaskar Hindi
Update: 2019-05-25 08:42 GMT
मन नदी में डूबने से दो बालकों की दर्दनाक मौत , गर्मी से राहत पाने गए थे तैरने

डिजिटल डेस्क, अकोला। गर्मी से राहत पाने के लिए नदी में तैरने उतरे दो बालक डूब गए। जिससे दोनों की मौत हो गई।  घटना बालापुर पुलिस थानांतर्गत की है। समीपस्थ भीमकुंड नदी में नहाने के लिए गए बुलढाणा जिले के नांदुरा तहसील के ग्राम धाडी निवासी कुणाल कैलाश काले (10) व  ऋतिक प्रमोद मोरे (9) गए थे। पानी में नहाते हुए दोनों बालकों के पैर नदी के गाल में फंस जाने के कारण वह बाहर नहीं निकल पा रहे थे। कुछ समय तक हाथ पैर चलाने के पश्चात बालक ने आखिरकार जीवन से हार मान ली व उनकी पानी में डूबने से मौत हो गई।

बच्चे काफी देर हो जाने के बाद भी वापस नहीं लौटे तो परिजन परेशान हो गए और उन्होंने  उनकी तलाश आरंभ की तब उन्हें इस हादसे की जानकारी मिली। जिससे उन्होंने इस बात से बालापुर पुलिस को अवगत करवाया। दो बालक डूबने की जानकारी मिलते ही प्रभारी पुलिस निरीक्षक वैभव पाटील अपने सहयोगी मित्रों के साथ तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने स्थानीय नागरिकों की सहायता से दोनों बालकों को पानी से बाहर निकाला।  घटनास्थल का पंचनामा करने के बाद पुलिस ने दोनों बालकों के शव का विच्छेदन करवाने के लिए अस्पताल भेज दिया। 

मजदूरी कर पालते थे परिवार 
बताया जाता है कि  डूबने वाले बालक कैलाश तथ ऋतिक के माता पिता बालापुर में ईंट भट्‌टी पर मजदूरी का काम करते थे। मजदूरी करके वे अपना तथा अपने बच्चों का भरणपोषण करने के लिए नांदुरा से बालापुर आए थे। प्रतिदिन की तरह माता-पित शानिवार को भी ईट भट्‌ठी में काम कर रहे थे। दोनों अपने-अपने काम करने  में व्यस्त थे।  दोनों बच्चे नहाने के लिए भीमकुंड नदी पर गए थे। काफी देर तक जब बच्चे दिखाई नहीं दिए तो परिजनों ने दोनों दो यहां-वहां ढूंढना शुरू किया। नदी के किनारे बालकों के कपड़े आदि दिखाई देने पर उन्हें अंदेशा हुआ। पास जाकर देखा तो दोनों बालकों की मौत हो गई थी।

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