Akola News: अकोला में योगेन्द्र यादव की सभा में हंगामा, धक्का-मुक्की करते हुए कुर्सियां तोड़ी
- 40 से 50 लोगों ने मंच पर आकर मचाया बवाल
- कार्यक्रम को बीच में ही छोड़कर निकलना पड़ा
- वंचित द्वारा हंगामा करने का आरोप
Akola News महाराष्ट्र डेमोक्रेटिक फोरम की ओर से सोमवार को अकोला के जिला परिषद कर्मचारी भवन में आयोजित भारत जोड़ो अभियान के संयोजक योगेन्द्र यादव की विचारसभा में 40 से 50 लोगों ने मंच पर चढ़कर हंगामा किया। इतना ही नहीं, उनके साथ धक्का-मुक्की की गई तथा कुर्सियां तोड़ी गई। जिससे योगेन्द्र यादव को उपद्रव के बाद कार्यक्रम को बीच में ही छोड़कर निकलना पड़ा। हंगामे के तत्काल बाद पुलिस ने उन्हें घेरे में लेकर सुरक्षित बाहर निकाला। जिसके बाद सुभाष चौक स्थित एक होटल में आयोजित पत्रकार परिषद में यादव ने संभावना जताई कि उन पर किया गया हमला संभवत: वंचित बहुजन आघाड़ी के कार्यकर्ताओं ने करने का प्रयास किया है। इस संदर्भ में वंचित बहुजन आघाड़ी के अकोला जिलाध्यक्ष प्रमोद देंडवे से संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को सपने में भी वंचित दिखाई देती है। हंगामे से हमारा कोई लेना-देना नहीं है।
क्या था कार्यक्रम : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद राजनीतिक दलों के साथ-साथ सामाजिक संगठन भी सक्रिय हो गए हैं। लिहाजा स्वाराज इंडिया पार्टी के संस्थापक तथा भारत जोड़ो अभियान के राष्ट्रीय संयोजक योगेंद्र यादव पूरे भारत में घूमकर संविधान की रक्षा और हमारा वोट इस विषय पर व्याख्यान दे रहे हैं। सोमवार को उनका गुरुकुंज मोझरी में कार्यक्रम है। इससे पूर्व वे अकोला में आयोजित विचार सभा में मार्गदर्शन कर रहे थे। महाराष्ट्र डेमोक्रेटिक फोरम की ओर से आयोजित इस विचार बैठक में राजनीतिक दलों के अलावा कई सामाजिक संगठन के नागरिक भी उपस्थित थे। योगेन्द्र यादव जैसे ही बोलने के लिए उठे, तभी वहां उपस्थित कुछ कार्यकर्ताओं ने उनसे सवाल करते हुए कार्यक्रम को रोका। जिस पर यादव ने कार्यक्रम के बाद जवाब देने की बात प्रश्नकर्ताओं के सामने रखी। लेकिन कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरु कर दिया। धक्का-मुक्की के अलावा सभा में जमकर उत्पात हुआ। नारेबाजी की गई तथा कुर्सियां तोड़ी गई। हंगामा होता देख मौके पर पहुंची पुलिस ने यादव को सुरक्षित बाहर निकाला।
लोकतंत्र प्रेमी के लिए गंभीर चिंता : हंगामे के बाद आयोजित प्रेस वार्ता में योगेन्द्र यादव ने मीडिया से बातचीत की और कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र में 100 व्याख्यान दिए, लेकिन ऐसी घटना कभी नहीं हुई। उन्होंने हमलावरों पर चिल्लाते हुए कहा कि अगर आयोजकों ने बुलाया तो वे फिर अकोला आएंगे। उन्होंने कहा कि यह घटना बाबा साहब के संविधान पर हमला है। अभियान के साथियों पर जो हमला हुआ, वह हर लोकतंत्र प्रेमी के लिए गंभीर चिंता का विषय है। प्रेसवार्ता में संजय मंगले, अविनाश काकड़े, सुश्री अलका महाजन, मोहम्मद यूनुस की उपस्थिति रहीं।
आरोप बेबुनियाद : वंचित बहुजन आघाड़ी के अकोला जिला अध्यक्ष प्रमोद देंडवे से जब योगेन्द्र यादव के कार्यक्रम मं, गड़बड़ी करने के सवाल पर बात की गई, तो उन्होंने कहा कि इस हंगामे से हमारा कोई लेना देना नहीं हैं। हम पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। अलबत्ता अलका महाजन का भाषण कांग्रेस की नीतियों से प्रेरित लग रहा था। इसलिए ऐसा लगता है कि इन कार्यकर्ताओं को सपने में भी वंचित का भय लगता है।
शत्रु और मित्र की पहचान जरुरी : मीडिया के माध्यम से सुनने में आया कि हमलावर वंचित बहुजन अाघाड़ी के कार्यकर्ता थे। इस संबंध में अलका महाजन ने कहा कि जैसे आप संविधान की रक्षा के लिए निकले हैं, हम भी विचार सभा के माध्यम से संविधान का प्रचार कर रहे हैं, लेकिन अगर हमलावर वंचित के कार्यकर्ता हैं तो यह चिंता का विषय है कि शत्रु कौन और मित्र कौन है?
Created On :   21 Oct 2024 8:31 PM IST