ट्रेप कार्रवाई से पूरे जबलपुर रेल मंडल में मचा हडक़ंप, तरह-तरह की चर्चाओं ने जोर पकड़ा

कटनी ट्रेप कार्रवाई से पूरे जबलपुर रेल मंडल में मचा हडक़ंप, तरह-तरह की चर्चाओं ने जोर पकड़ा

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-24 08:10 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

डिजिटल डेस्क,कटनी। सीबीआई द्वारा सीनियर डीएमई फ्रेट जैसे बड़े रेल अधिकारी को रिश्वत लेते ट्रेप करने की घटना से पूरे जबलपुर मंडल में हडक़ंप मचा हुआ है। रेल अधिकारी व कर्मचारी तरह तरह की चर्चाएं करने में लगे हुए हैं। वहीं इस पूरे प्रकरण में सीबीआई की त्वरित कार्रवाई सुर्खियों में है। बताया जाता है कि बुधवार दोपहर 12 बजे सीबीआई एसपी को मोबाइल पर शिकायत हुई और शाम 4.30 बजे सीबीआई टीम कटनी पहुंच गई और रात 8 बजे तक सीनियर डीएमई फ्रेट एसके सिंह को रिश्वत लेते रंगें हाथों दबोच लिया। इस तरह पूरी कार्रवाई की स्क्रीप्ट करीब आठ घंटे में पूरी कर ली गई।

सूत्रों की माने, तो ग्वालियर के ठेकेदार अंकित शर्मा ने सीएनडब्ल्यू आरओएच शेड को चार हाईड्रोलिक मशीन सप्लाई की थी। जिसके बिल का भुगतान 30 लाख करीब सालभर से रूका हुआ था। जिसके लिए वे लगातार सीनियर डीएमई फ्रेट के चक्कर लगा रहे थे। लेकिन, वे सुनने को तैयार नहीं थे। वे बिल भुगतान के लिए रिश्वत की डिमांड कर रहे थे। बुधवार को भी ठेकेदार शर्मा कटनी स्थित सीएनडब्ल्यू आरओएच शेड पहुंचे थे। जहां सीनियर डीएमई फ्रेट ने उनसे 70 हजार की डिमांड की, तो उन्होंने एटीएम लिमिट की बात करते हुए दो किश्तों में रकम देने की बात कही। लेकिन, सीनियर डीएमई फ्रेट की बात पर भरोसा नहीं था। वे लगातार चक्कर लगाकर परेशान थे। लिहाजा, उन्होंने सीबीआई एसपी रिचपाल सिंह से दोपहर करीब 12 बजे मोबाइल पर संपर्क किया।

एसपी ने पूरे मामले को समझा और डीएसपी जेके दामले के नेतृत्व में सीबीआई टीम को कटनी भेज दिया। टीम शाम 4.30 बजे कटनी पहुंची और ठेकेदार से संपर्क में आ गई। जिसने ठेकेदार को मोबाइल पर सीनियर डीएमई फ्रेट से बात करने को कहा और रिकार्डिंग करते हुए साक्ष्य जुटाए। उसके बाद रिश्वत देने वाली रकम के नोटों के नंबर को रिकार्ड में लेते हुए उस पर कैमिकल लगाए। सीबीआई टीम के कहने पर ठेकेदार ने शाम को पुन: सीनियर डीएमई फ्रेट से संपर्क किया और रकम देने की बात कही। जिस पर ठेकेदार को सीएनडब्ल्यू आरओएच शेड स्थित ऑफिस में बुलाया गया। जहां सीबीआई टीम बाहर रूक गई और ठेकेदार अंदर चले गए। जैसे ही ठेकेदार ने सीनियर डीएमई फ्रेट को रकम दी। सीबीआई टीम अंदर पहुंची और रंगे हाथों सीनियर डीएमई फ्रेट को दबोच लिया।

फिर रातभर कागजी कार्रवाई

सीबीआई टीम ने रात आठ बजे सीनियर डीएमई फ्रेट एसके सिंह को ट्रेप किया। उसके बाद टीम ने रात में ही कागजी कार्रवाई को पूरा किया। मौके पर पंचनामा आदि की प्रक्रिया पूरी की गई, उसके बाद देर रात तक सीनियर डीएमई फ्रेट से पूछताछ की गई।

सुबह-सुबह घर व कार्यालय की जांच

सीबीआई टीम ने गुरुवार सुबह सीनियर डीएमई फ्रेट को अपने साथ लेकर उनके घर पहुंची और तलाशी ली। घर पर भी डीएमई ने कार्यालय बना रखा था। उसके बाद टीम पुन: सीएनडब्ल्यू आरओएच शेड स्थित कार्यालय पहुंची। उसकी भी तलाशी ली गई। इसी दौरान कई दस्तावेज जब्त किए गए। जिनकी पड़ताल जबलपुर में की जाने की बात कही गई है।

रिश्वत लेने के लिए खुलवाया दफ्तर

सूत्रों की माने, तो सीएनडब्ल्यू आरओएच शेड स्थित सीनियर डीएमई फ्रेट का कार्यालय शाम करीब पांच बजे बंद हो चुका था। लेकिन, जब ठेकेदार ने संपर्क करते हुए रकम देने की बात कही। तो उन्होंने अपना कार्यालय खुलवाया और वहीं पहुंचने को कहा। जहां वे सीबीआई के शिकंजे में फंस गए।

कार्रवाई से पहले चप्पे-चप्पे की जांच

सीबीआई टीम ट्रेप कार्रवाई करने से पहले सीएनडब्ल्यू आरओएच कार्यालय पहुंची। सभी सदस्य सिविल ड्रेस में थे और खुद को ठेकेदार का साथी बताते हुए पूरे क्षेत्र का निरीक्षण किया। टीम के सदस्यों ने उन हाईड्रोलिक मशीनों को भी देखा, जिसे ठेकेदार अंकित शर्मा ने सप्लाई की थी। स्थिति का जायजा लेने के बाद कार्रवाई को अंजाम दिया गया।

डीएमई को जबलपुर ले गई सीबीआई

गुरुवार को कटनी में जांच कार्रवाई को पूरा करने के बाद सीबीआई टीम शाम को जबलपुर लौट गई। लेकिन, टीम अपने साथ सीनियर डीएमई फ्रेट एसके सिंह को भी ले गई। बताया जाता है कि वहां भी वरिष्ठ अधिकारी पूछताछ करेंगे और आगे की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। जबलपुर में गिरफ्तारी को लेकर अंतिम निर्णय भी होगा।

पैतृक घर की भी होगी जांच

सीबीआई से जुड़े सूत्र बताते हैं कि सीनियर डीएमई फ्रेट के पैतृक घर की भी जांच की जाएगी। बताया जाता है कि वे वाराणसी के रहने वाले हैं। जल्द ही एक टीम वहां जाएगी और जांच से संबंधी प्रक्रिया को पूरी करेगी।
 

Tags:    

Similar News