अंतिम दिन तक एक भी मानसेवी ने नहीं दिया सम्मतिपत्र, ठेके पर काम करने को तैयार नहीं कर्मचारी
अकोला अंतिम दिन तक एक भी मानसेवी ने नहीं दिया सम्मतिपत्र, ठेके पर काम करने को तैयार नहीं कर्मचारी
डिजिटल डेस्क, अकोला. मनपा आयुक्त के आदेश पर मनपा के 113 मानसेवियों को नोटिस जारी किए गए थे। नोटिस के तहत सभी कर्मचारियों को ठेका तत्व पर कार्यरत होने के लिए सात दिन के भीतर सम्मतिपत्र देना था, लेकिन 29 नवंबर की शाम तक एक भी मानसेवी ने सम्मतिपत्र नहीं दिया। इस कारण आगे क्या कार्यवाही होगी इसकी ओर सबकी निगाहें टिक गई है। सूत्रों के अनुसान मनपा प्रशासन की ओर से आगे की कार्यवाही के लिए शासन से मार्गदर्शन मांगा गया है। महानगरपालिका के 113 मानसेवी कर्मचारियों का कार्यकाल 27 अक्टूबर 2022 को खत्म हुआ। इस बीच मनपा आयुक्त ने 112 कर्मचारियों को 27 नवंबर तक याने एक माह के लिए नियुक्ति आदेश दिए है, लेकिन इसके बाद सभी कर्मचारियों से ठेका तत्व पर ही काम करवाने का नियोजन मनपा प्रशासन का था। इस संदर्भ में मनपा ने सभी मानसेवियों को 22 नवंबर को नोटिस जारी की थी। प्रशासन अनुसार शासन के नगर विकास विभाग ने सन 2015 में मनपा का आस्थापना खर्च कम करने चरणबध्द तरीके से मानसेवियों की संख्या घटाने के आदेश दिए थे। इस कारण मानसेवियों को कम करने का विचार प्रशासन की आेर से किया जा रहा था। कर्मचारियों का नुकसान न हो इसलिए उन्हें सेवा से न हटाते हुए ठेका तत्व पर सेवा में लेने का निर्णय प्रशासन ने लिया है। जिन कर्मचारियों को ठेका तत्व पर काम करना है वे सात दिन के भीतर सामान्य प्रशासन विभाग के पास सम्मति पत्र दे। एेसा न करने पर संबंधित कर्मचारी की सेवा समाप्त की जाएगी। प्रशासन के इस अल्टीमेटम के बाद भी सामान्य प्रशासन विभाग में 29 नवंबर की शाम तक एक भी मानेसवी ने सम्मतिपत्र नहीं दिया। इस कारण मनपा प्रशासन भी अब सोच में पड़ गया है। जानकारी अनुसार आगे की कार्रवाई के लिए मनपा ने शासन से मार्गदर्शन मांगा है। मनपा की आगे की कार्रवाई पर सभी मानसेवियों की निगाहें टिकी हुई है।
कार्यादेश भी खत्म
मानसेवियों का छह माह का कार्यकाल खत्म होने के बाद मनपा आयुक्त ने 112 कर्मचारियों को 27 नवंबर तक कार्य अवधि बढ़ाकर दिया था, जो अब खत्म हो गया है। हमेशा की तरह नए आदेश के इंतजार में सभी मानसेवी कार्य कर रहे हैं।
प्रशासन की बढ़ी दुविधा
अकोला मनपा का अधिकतर कामकाज मानसेवियों के भरोसे चल रहा है। मानसेवी ठेका तत्व पर काम करने के मुड़ में नहीं है, जिससे प्रशासन अल्टीमेटम के तहत सेवा समाप्ति की कार्रवाई कर सकता है। किंतु इससे मनपा का ही कामकाज ठप हो जाएगा। मानसेवियों के रूख के कारण प्रशासन की दुविधा बढ़ती नजर आ रही है।
कैवेट दाखिल
कई कर्मचारी न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे इस संभावना के चलते मनपा प्रशासन ने न्यायालय में कैवेट दाखिल किया है। न्यायालय निर्णय लेने से पहले मनपा का पक्ष सुने इसलिए मनपा प्रशासन ने कैवेट की है, लेकिन जानकारी अनुसार अभी तक किसी कर्मचारी ने न्यायालय का दरवाजा नहीं खटखटाया है।