मुरादाबाद, यूपी में सीवेज शोधन संयंत्र के विकास के लिए रियायत अनुबंध पर हस्ताक्षर किये गएपरियोजना का उद्देश्य मुरादाबाद शहर से गंगा नदी में गैर-शोधित सीवेज के प्रवाह को समाप्त करना है!
मुरादाबाद, यूपी में सीवेज शोधन संयंत्र के विकास के लिए रियायत अनुबंध पर हस्ताक्षर किये गएपरियोजना का उद्देश्य मुरादाबाद शहर से गंगा नदी में गैर-शोधित सीवेज के प्रवाह को समाप्त करना है!
डिजिटल डेस्क | जल शक्ति मंत्रालय मुरादाबाद, यूपी में सीवेज शोधन संयंत्र के विकास के लिए रियायत अनुबंध पर हस्ताक्षर किये गए परियोजना का उद्देश्य मुरादाबाद शहर से गंगा नदी में गैर-शोधित सीवेज के प्रवाह को समाप्त करना है| राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी), उत्तर प्रदेश जल निगम और मैसर्स जीए इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड-लाहोटी बिल्डकॉन लिमिटेड के बीच आज मुरादाबाद शहर में सीवेज शोधन संयंत्र (एसटीपी) के विकास के लिए एक त्रिपक्षीय रियायत अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए। यह अनुबंध हाइब्रिड एन्युइटी पीपीपी मोड पर आधारित होगा। अनुबंध का कुल मूल्य 99.68 करोड़ रुपये है। इस अवसर पर एनएमसीजी के महानिदेशक, श्री राजीव रंजन मिश्रा और यूपी जल निगम तथा रियायत-सुविधा पाने वाली कंपनी के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
परियोजना का उद्देश्य मुरादाबाद शहर से गंगा नदी में गैर-शोधित सीवेज के प्रवाह को समाप्त करना है, जिससे नदी के प्रदूषण स्तर में कमी आयेगी। एनएमसीजी ने 25 एमएलडी सीवेज शोधन संयंत्र (एसटीपी) के निर्माण के लिए परियोजना को मंजूरी दे दी है। परियोजना में शामिल अन्य कार्य हैं – सीवेज-प्रवाह को बीच में रोकने और मार्ग बदलने (आई एंड डी) की क्षमता विकसित करना; आई एंड डी नेटवर्क तैयार करना; मुरादाबाद के सीवरेज जोन II के लिए 15 वर्षों तक परिचालन और रखरखाव सहित सीवेज पम्पिंग स्टेशन आदि। इस परियोजना का उद्देश्य शहर में मौजूदा सीवरेज समस्याओं और राम गंगा में होने वाले सीवेज प्रदूषण पर ध्यान केन्द्रित करना भी है।
इन परियोजनाओं के लिए ऋण उपलब्ध कराने की पेशकश एसबीआई कैपिटल द्वारा पहले ही की जा चुकी है। मुरादाबाद शहर के कारण होने वाले प्रदूषण को दूर करने के लिए, एक व्यापक सीवरेज नेटवर्क और मुरादाबाद सीवरेज जोन 1 के लिए 58 एमएलडी एसटीपी परियोजना पहले ही पूरी की जा चुकी है। इस परियोजना के अलावा, एनएमसीजी ने बरेली में राम गंगा में प्रदूषण कम करने के कार्यों के लिए 65 एमएलडी के एसटीपी के निर्माण की परियोजना को मंजूरी दी है, जो वर्तमान में निविदा मूल्यांकन चरण में है और जल्द ही निविदा आवंटित होने की उम्मीद है। मुरादाबाद, गंगा नदी की सहायक नदी, राम गंगा के तट पर स्थित है। रामगंगा, गंगा नदी को प्रदूषित करती है। मुरादाबाद और बरेली रामगंगा नदी के किनारे स्थित दो प्रमुख शहर हैं।