Delhi News: टेक फॉर चेंज कार्यक्रम से जुड़े एफआईटीटी-आईआईटी और जामिया मिलिया
- सामाजिक नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा दिया जाएगा
- छात्र-आधारित स्टार्टअप बनाने की दिशा में सहायता प्रदान करेगी
- अग्रणी संस्थाओं के साथ जुड़कर काम शुरू
Delhi News सिएना और नैसकॉम फाऊंडेशन द्वारा चलाया जा रहा 'टेक फॉर चेंज प्रोग्राम' अब दिल्ली-एनसीआर के अग्रणी विश्वविद्यालयों के साथ भी जुड़ चुका है। इसमें एफआईटीटी-आईआईटी दिल्ली, जामिया मिलिया इस्लामिया, दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी और अन्य संस्थाएं शामिल हैं, जहां के छात्रों और युवाओं में सामाजिक नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा दिया जाएगा।
नवाचार और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर्स के लिए प्रसिद्ध एफआईटीटी-आईआईटी, दिल्ली के साथ यह साझेदारी युवाओं को छात्र-आधारित स्टार्टअप बनाने की दिशा में सहायता प्रदान करेगी। इन छात्रों को टेक फॉर चेंज के असीमित संसाधन उपलब्ध होंगे, साथ ही मेंटरशिप भी प्रदान की जाएगी जिससे उनके शैक्षणिक ज्ञान और बाहरी दुनिया के बीच की दूरी को ख़त्म किया जा सके।
अगली पीढ़ी के उद्यमियों को आगे बढ़ाना है लक्ष्य : सिएना के वाइस प्रेसिडेंट सेल्स (भारत) अमित मलिक ने कहा कि, “नैसकॉम फाऊंडेशन के साथ काम करते हुए हम अगली पीढ़ी के नवाचारकों और उद्यमियों को आगे बढ़ाना चाहते हैं। हमारा उद्देश्य है कि हम छात्रों को वह सभी उपकरण और उन्हें संचालित करने का ज्ञान दे सकें, जिससे वह अपने समाज और समुदाय में एक स्थाई बदलाव ला सकें।” एफआईटीटी-आईआईटी दिल्ली और जामिया मिलिया इस्लामिया के साथ-साथ टेक फॉर चेंज कार्यक्रम ने भारतीय विद्यापीठ का कॉलेज आफ इंजीनियरिंग, महाराजा अग्रसेन इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी जैसे अग्रणी संस्थाओं के साथ जुड़कर भी काम शुरू किया है।
18 महीने का कार्यक्रम है 'टेक फॉर चेंज' : टेक फॉर चेंज कार्यक्रम 18 महीने तक आयोजित होने वाला एक गहन अनुभव है, जिसमें छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), मशीन लर्निंग (एमएल), और इन्टरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) जैसे क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके साथ ही छात्रों को मेंटरशिप, फंडिंग और वह सभी जरूरी सहायता प्रदान की जाती है, जिससे वे अपने उद्यमी विचारों को सफल सामाजिक प्रयोग में बदल सकें। यह यूनाइटेड नेशन के सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल का भी हिस्सा है।
Created On :   23 Nov 2024 5:27 PM IST