New Delhi News: पहली छमाही में यस बैंक ने एमएसएमई को बांटे 15,279 करोड़, स्टार्ट-अप को सपोर्ट
- उत्तर क्षेत्र में बैंक ने 1,220 स्टार्ट-अप को किया सपोर्ट
- एमएसएमई को बांटे 15,279 करोड़ रूपये
- बाजार में मौजूदगी बढ़ाने का जतन
New Delhi News : यस बैंक ने बाजार में अपनी मौजूदगी बढ़ाने और उत्तर भारत में एक प्रमुख वित्तीय भागीदार के रूप में अपनी स्थिति मजबूत करने का निरंतर प्रयास किया है। वित्त वर्ष 2025 में बैंक ने उत्तरी क्षेत्र में आठ नई शाखाएं जोड़ीं, जिसमें टियर-2 और टियर-3 शहरों के ग्राहकों के लिए पहुंच में वृद्धि हुई है। बैंक ने वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में एमएसएमई को 15,279 करोड़ रूपये वितरित किए हैं। यस बैंक के कार्यकारी निदेशक राजन पेंटल ने बताया कि देश का उत्तर क्षेत्र हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण है। बैंक ने वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही के दौरान उत्तर में एमएसएमई ऋण वितरण में 5,081 करोड़ रूपये दर्ज किया और स्टार्ट-अप एक्सेलेरेटर प्रोग्राम जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से उद्यमशीलता का बढ़ावा देने जारी रखा। इस कार्यक्रम ने पूरे क्षेत्र में 1,220 स्टार्ट-अप को सपोर्ट किया है, जिसका पोर्टफोलियो आकार 2500 करोड़ रूपये है। इसके अतिरिक्त यस व्यापारी और यस पे नेक्स्ट जैसी समर्पित स्टार्ट-अप बैंकिंग पेशकशें विशेष रूप से उभरते व्यवसायों की जरूरतों को पूरा करती हैं, जिससे नकदी प्रवाह और भुगताना समाधान आसान हो जाते हैं।
3 में से 1 डिजिटल भुगतान लेने-देन को प्रोसेस करता है बैंक
पेंटल ने बताया कि यस बैंक अपनी डिजिटल लीडरशिप के जरिए ग्राहकों से जुड़ाव और परिचालन दक्षता में मानक स्थापित करना जारी रखता है। बैंक का यूपीआई शेयर 56.4 प्रतिशत है, जो निजी क्षेत्र के बैंकों में सबसे अधिक है। यस बैंक भारत में तीन में से एक डिजिटल भुगतान लेने देन को प्रोसेस करता है। बैंक के अभिनव प्लेटफाॅर्म जैसे कि आईआरआईएस ऐप और यस बिजनेस, व्यक्तियों और कॉरपोरेट्स विशेष रूप से एमएसएमई , 32 लाख कुल उपयोगकर्त्ताओं और 19 लाख से अधिक मासिक सक्रिय उपयोगकर्त्ताओं के लिए अनुभव को बेहतर बनाते हैं।