New Delhi News: 25 दिसंबर तक चलेगा देश का प्रकृति परीक्षण अभियान, नागरिकों को उनकी प्रकृति समझने में बनाना है सक्षम
- आयुर्वेद को हर घर के करीब लाती है यह पहल
- प्रकृति परीक्षण अभियान को संविधान दिवस 26 नवंबर से राष्ट्रीय स्तर पर सघनता से चलाया जाएगा
New Delhi News : केन्द्रीय आयुष राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने कहा कि देश में चल रहे ‘प्रकृति परीक्षण अभियान’ को संविधान दिवस 26 नवंबर से राष्ट्रीय स्तर पर सघनता से चलाया जाएगा। यह अभियान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस 25 दिसंबर तक चलेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 29 अक्टूबर 2024 को 9वें आयुर्वेद दिवस समारोह में ‘देश का प्रकृति परीक्षण अभियान’ का शुभारंभ किया था। आयुष मंत्री ने देश का प्रकृति परीक्षण अभियान शुरू करने और इसे राष्ट्रीय आंदोलन बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त किया और भरोसा जताया कि यह अभियान भारत के लिए परिवर्तनकारी स्वास्थ्य परिणाम लाएगा। उन्होंने कहा कि यह अभियान एक राष्ट्रव्यापी स्वास्थ्य जागरूकता पहल है, जिसका नेतृत्व 4,70,000 से अधिक समर्पित स्वयंसेवकों द्वारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य पूरे भारत में स्वास्थ्य सेवा जागरूकता में क्रांति लाना है।
आयुर्वेद को हर घर के करीब लाती है यह पहल
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि यह पहल आयुर्वेद को हर घर के करीब लाती है, नागरिकों को अपनी अनूठी प्रकृति को समझने और व्यक्तिगत, निवारक स्वास्थ्य प्रथाओं को अपनाने के लिए सशक्त बनाती है। उन्होंने कहा कि किसी की प्रकृति को समझना और उस प्रकृति के आधार पर जीवन शैली की सलाह का पालन करना शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ााने में मदद कर सकता है और गैर-संचारी रोगों सहित विभिन्न बीमारियों की रोकथाम में मदद कर सकता है। इस अभियान के तहत प्रकृति प्रमाणपत्रों का सबसे बड़ा ऑनलाइन फोटो एल्बम बनाने और स्वास्थ्य अभियान के लिए सबसे अधिक प्रतिज्ञाएं लेने का विश्व रिकॉर्ड भी बनेगा।