संदिग्धों की हुई जांच, 11 माह में मिले के 1 हजार 517 मरीज
टीबी संदिग्धों की हुई जांच, 11 माह में मिले के 1 हजार 517 मरीज
डिजिटल डेस्क, गोंदिया। जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के शासकीय अस्पतालों में पिछले 11 माह में जांच दौरान टिबी से ग्रसित 1 हजार 517 मरीज पाए गए हैं। टिबी के मरीजों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए जिला क्षय स्वास्थ्य विभाग ने आनन-फानन में 15 से 25 नवंबर इस कालावधि में दस दिवसीय विशेष स्वास्थ्य जांच अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत जिले के स्लम बस्ती, झुग्गी झोपड़ी इलाकों में जांच दौरान 84 लोग टिबी से ग्रसित पाए गए। इस संदर्भ में जिला क्षय अधिकारी आर.जे.पराडकर ने जानकारी में बताया कि इस अभियान के तहत 2 हजार 370 संदिग्ध पाए गए। इनमें से 2 हजार 238 के नमूने लिए गए तथा 1 हजार 685 मरीजों का एक्सरे किया गया। जिसमें 84 लोगों की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है। जिनकी जांच एवं उपचार नि:शुल्क किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 15 से 25 नवंबर के दौरान चलाए गए विशेष अभियान के तहत 1 लाख 96 हजार 870 लोगों से संपर्क किया गया। जिसमें 1 लाख 93 हजार 743 लोगों की जांच की गई। जिसका 98.41 प्रतिशत दर्ज किया है। जिसमें से 2 हजार 370 संदिग्ध पाए गए। उल्लेखनिय है कि, शासन के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग द्वारा 16 मार्च 2018 के अधिसूचना के मुताबिक निजी चिकित्सक, पंजीकृत प्रयोगशाला चालक व निजी दवा विक्रेताओं को मरीजों के प्रति लापरवाही बरते जाने एवं जानकारी छुपाए जाने पर धारा 269, 270 के तहत मामला दर्ज किए जाने तथा दोषी पाए जाने पर संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई कर 6 से 2 वर्ष का कारावास व जुर्माना की कार्रवाई की जाएगी।
लक्षण पाए जाने पर शीघ्र करवाएं जांच
डॉ.आर.जे.पराडकर, जिला क्षय अधिकारी के मुताबिक दो सप्ताह से अधिक खांसी टिबी हो सकती है। टिबी संक्रमितों में वजन का कम होना, भूख कम लगना, रात्री में पसीना आना। छाती में दर्द होना। थूकते समय खून का निकलना आदि लक्षण हो सकते हैं। जिसकी जांच शीघ्र करनी चाहिए। टिबी से ग्रसित मरीजों की जांच एवं उपचार नि:शुल्क किया जाता है।