Mumbai News: खुलासा - विमान सेवा कारोबार को हतोत्साहित करने रची गई है बम धमकी की साजिश
- करीब 1000 करोड़ का हो चुका है नुकसान
- 16 दिन में मिलीं 500 से ज्यादा विमानों को धमकी
- धमकियों के चलते 12 फीसदी ने योजना बदली
Mumbai News : मुंबई सहित पूरे देश में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विमानों में बम होने की धमकियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को ही 100 से ज्यादा विमानों में बम होने की धमकी आई,हालाकि जांच में कुछ भी नहीं मिला। विमानों में बम होने की धमकी मिलने का सिलसिला 14 अक्टूबर से शुरू हुआ था और पिछले 16 दिन में 510 विमानों में बम होने की झूठी सूचनाएं सामने आई हैं। इसके चलते एयरलाइन कंपनियों को करीब 1000 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ा है। दरअसल विमान सेवा प्रदाताओं के लिए एक प्रोटोकॉल है। इसके मुताबिक फ्लाइट को तुरंत रोककर इमरजेंसी लैंडिंग कराई जाती है और सुरक्षा जांच की जाती है। एविएशन एक्सपर्ट विपुल सक्सेना की माने तो जिस फ्लाइट के साथ ऐसा होता है उसे करीब 2 से 3 करोड़ रुपए का नुकसान होता है। ऐसा भारतीय अर्थव्यवस्था और विमान सेवाओं को हतोत्साहित करने के लिएकिया जा रहा है।
धमकियों के चलते 12 फीसदी ने योजना बदली
विमानों में फर्जी बम धमकियों को लेकर हाल ही में लोकल सर्कल्स ने सर्वे किया था। जिसमें सामने आया कि 12 प्रतिशत यात्रियों ने यात्रा कार्यक्रम में बदलाव कर लिया है।जबकि 17 फीसदी ने अगले महीने के लिए योजना टाल दी है। सर्वेक्षण के अनुसार 46 प्रतिशत यात्रियों ने सतर्कता के साथ यात्रा करने का फैसला किया है, जबकि 25 प्रतिशत बिना किसी चिंता के यात्रा करेंगे। 9 प्रतिशत ने कहा कि वे संभवत: यात्रा योजना बदल सकते हैं और 8 फीसदी ने अपनी यात्रा की योजना को पूरी तरह बदलने का निर्णय लिया है।लोकल सर्कल्स के संस्थापक सचिन तपारिया ने कहाकि लगातार मिल रही बम धमकी की घटनाएं लोगों की यात्रा योजनाओं को प्रभावित कर रही हैं।
केंद्र सरकार का सख्त रुख
केंद्र सरकार ने 26 अक्टूबर को एक एडवाइजरी जारी की है और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से कहा है कि यदि वे झूठी सूचनाओं को तत्काल नहीं हटाते तो उन्हें मिलने वाली इम्युनिटी रद्द कर दी जाएगी। झूठी धमकियां देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाईकरने और उन्हें नो फ्लाइट लिस्ट में डालने के प्रावधान पर विचार चल रहा है।
प्रशांत माली, वकील व साइबर विशेषज्ञ के मुताबिक हमारे कानून में इस तरह की धमकी देने वाले के लिए सख्त सजा का प्रावधान नहीं है। जिसके चलते आरोपी को तुरंत जमानत मिल जाती है। दूसरी वजह लोगों को लगता है कि ऐसा करने से वह तुरंत प्रसिद्ध हो जाएंगे। तीसरा कि आरोपी वीओआईपी का इस्तेमाल कर कॉल कर रहे हैं,क्योंकि उन्हें पता है कि पुलिस पकड़ नहीं पाएगी।