मूंगफली फसल को पानी देते समय उचित देखभाल करें
सलाह मूंगफली फसल को पानी देते समय उचित देखभाल करें
डिजिटल डेस्क, अकोला। बढ़ती गर्मी के दौरान मूंगफल्ली फसल को पानी देते समय उचित देखरेभ करे ऐसी अपील तेलबीज संशोधन की ओर से किसानों से गई है। फसलों की देखरेख में अनदेखी करने पर फसल खराब होने की संभावना बढ जाती है। ग्रीष्मकालीन मौसम में किसानों द्वारा मूंगफल्ली फसल की बुआई बडे पैमाने पर की जाती है। वर्तमान स्थिति में फल्लियों में दाने बनने की प्रक्रिया चल रही है। वर्तमान में मौसम में बदलाव हो रहा है। ऐसी स्थिति में फसलों को पानी देते समय उचित नियोजन करना आवश्यक है। इस समय फसल पीली पडने की संभावना काफी बढ जाती है। फसलों में लोह इस अन्न द्रव्य की कमतरता होने पर फसल पीली हो जाती है। फसलों को पानी देने पर यदि वह संग्रहित रहता है तो जमीन में लोह होने के बावजूद भी वह फसलों को नहीं मिल पाता है। फसलों से पानी की निकासी होने तथा गुडाई के 40 से 45 दिनों के पश्चात फसलों को फिर से लोह मिलने लगता है तथा फसलों से पीला पन दूर होने लगता है। फसलों से लोह की मात्र कम होने की पुष्टि के पश्चात एक लीटर पानी में 5 से 10 ग्राम हिराक्स, 1 ग्राम सायट्रिक एसिड, 2 ग्राम यूरिया डालकर फसलों पर छिडकाव करें। यदि जरूरत हो तो इस दवा का छिडकाव 30 दिनों के पश्चात पुन:ह करे ऐसी अपील पीकेवी के तेलबीज संशोधन केंद्र के विशेषज्ञों ने की है।