एसटी कर्मियों की हड़ताल से यात्रियों के साथ विद्यार्थी भी हुए परेशान
गोंदिया एसटी कर्मियों की हड़ताल से यात्रियों के साथ विद्यार्थी भी हुए परेशान
डिजिटल डेस्क, गोंदिया। एसटी महामंडल को शासन की सेवा में शामिल किया जाए। इस मांग को लेकर एसटी कर्मियों ने 31 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल किया है। जिले की सडकों पर दौड रही बसों के पहिये थम जाने से यात्रियों को भारी परेशानियां उठानी पड़ रही है। गंभीरता को देख रापनि ने एसटी डिपो के 10 आंदोलनकारियों को निलंबित किया है। फिलहाल जिले की कुछ स्कूलें शुरू हो जाने से विद्यार्थियों को जोखिम उठाकर भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां बता दंे कि गत 16 दिनों से एसटी महामंडल कर्मियों की हड़ताल जारी है। इस हड़ताल के चलते जिले के अनेक मार्गों की बसों के पहिये थम जाने से यात्रियों को निजी बसेस, कालीपिली वाहनों का सहारा लेना पड रहा है। इस मौके का फायदा वाहन चालकों व्दारा उठाया जा रहा है। वहीं यात्री जान जोखिम में डालकर यात्रा करते नजर आ रहे है। इस बात से खफा रापनि ने डिपो के 10 आंदोलनकारियों पर निलंबित कारवाई की है। जिसका जमकर विरोध आंदोलनकारियों व्दारा किया गया। उसके बाद किसी भी आंदोलनकारियों पर कारवाई नहीं की गई है। लेकिन जिले की अधिकांश स्कूलें शुरू हो जाने से विद्यार्थीयों को आवागमन में आ रही दिक्कतों के चलते भारी मुसीबतों का सामना भी करना पड़ रहा है।
अब तक सिर्फ 10 निलंबित
संजना पटले, एसटी डिपो व्यवस्थापक के मुताबिक एसटी डिपों के 10 आंदोलनकारियों पर निलंबित कारवाई की गई थी। तब से अब तक आंदोलनकारियों पर कोई कारवाई नहीं की गई है।