सड़क निर्माण के लिए स्टेट हाइवे किया जाम

मंडला सड़क निर्माण के लिए स्टेट हाइवे किया जाम

Bhaskar Hindi
Update: 2022-03-01 06:17 GMT
सड़क निर्माण के लिए स्टेट हाइवे किया जाम

डिजिटल डेस्क, मंडला। सोमवार को ग्राम लिमरूआ में दो किलोमीटर सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीणो ने मंडला- सिवनी स्टेट हाइवे जाम कर दिया। यहां बच्चे समेत ग्रामीण स्टेट हाइवे पर सुबह बैठ गये। जिसके चलते यहां आवागमन प्रभावित हो गया है। यहां ट्रकों की लंबी लाइन लग गई। जिससे यहां परेशानी का सामना करना पड़ा है।
जानकारी के मुताबिक ग्राम लिमरूआ में चौराहा से लेकर मिडिल स्कूल तक दो किलोमीटर की सड़क है। यहां ग्रामीण सड़क निर्माण की मांग लंबे समय से कर रहे है। सड़क जर्जर होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, पीडब्ल्यूडी विभाग ने सड़क की मरम्मत की है लेकिन निर्माण कार्य नहीं किया है। जिसके कारण आवाजाही में ग्रामीण परेशान होते है।  स्कूली बच्चों को भी परेशानी हातेती है। जिसके चलते यहां ग्रामीण लंबे समय से सड़क निर्माण की मांग कर रहे है, लेकिन सड़क नहीं बनी है, जिसके चलते यहंा ग्रामीणो में आक्रोश है।
सुबह कर दिया स्टेट हाइवे जाम-
यहां ग्रामीणों और बच्चों ने सुबह पुलिया के पास स्टेट हाइवे जाम कर दिया। बच्चो के हाथ में रोड नही तो वोट नही की तख्ती नजर आ रही थी, यहां सड़क पर बैठ जाने के कारण वाहनों की आवाजाही रूक गई। सिर्फ एग्जाम देकर लौट रही स्कूली छात्राओं को दी सड़क से निकलने दिया गया। सूचना के बाद पुलिस बल मौके पर तैनात हो गया और नायब तहसीलदार भी मौके पर पहुंचे। लेकिन ग्रामीणों का कहना था कि कलेक्टर के आश्वासन पर ही आंदोलन खत्म करेंगे।
तीसरी बार आंदोलन-
यहां ग्रामीणों ने बताया है कि सड़क निर्माण की मांग पिछले 15 साल से कर रहे है। इसके लिए कई बार आवेदन दिये गये है। लेकिन सड़क निर्माण नहीं हो पाया है। यहां ग्रामीणों के द्वारा बताया गया है कि सड़क निर्माण के लिए दो बार पहले स्टेट हाइवे जाम कर चुके है। यहां अधिकारियों के द्वारा आश्वासन दिये गये है।लेकिन सड़क का निर्माण नहीं कराया गया। ग्रामीणों के आरोप है कि सड़क मरम्मत की नाम पर एक-दो तसला मटेरियल लाकर डाल दिया गया। जिससे सड़क जर्जर है।
बजट का रोना-
यहां बताया गया है पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा सड़क स्वीकृत करने के लिए टीएस (तकनीकी स्वीकृति) का प्रस्ताव बनाकर भेजा था, लेकिन स्वीकृति नही है। कलेक्टर भी प्रमुख सचिव से इस संबंध में चर्चा कर की है। बजट नही होने के कारण पीडब्ल्यूडी विभाग सड़क का निर्माण कार्य नहीं करा पा रही है। जिसके चलते यहंा ग्रामीणों की नाराजगी कम नही हो रही है। जिससे समस्या बनी हुई है।
इनका कहना है
सड़क निर्माण की मांग 15 साल से कर रहे है, लेकिन कोई सुनवाई नही हो रही है। यहां सड़क के लिए तीन बार आंदोलन हो चुका है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
पवन जंघेला, ग्रामीण
सड़क निर्माण के लिए प्रदर्शन के दौरान आश्वासन मिलता है लेकिन सड़क नही बन रही है, यहां बच्चें से लेकर पूरा गांव सड़क नही बनने से परेशान है। इसलिए ग्रामीण प्रदर्शन करने के लिए मजबूर है।
कृष्णा बरमैया, ग्रामीण
सड़क दो किलोमीटर की नही बनी है, इस सड़क के लिए प्रशासन बजट का रोना होता है, दो किलोमीटर की सड़क प्रशासन स्वीकृत नही करा पा रहा है।
मनीष बरमैया, ग्रामीण
ग्रामीणों की सड़क के लिए मांग लगातार चल रही है, लेकिन प्रशासन के द्वारा सड़क निर्माण की मांग को नजरअंदाज किया जा रहा है। जिससे समस्या बनी है।
शुभम जंघेला, ग्रामीण
सड़क निर्माण कार्य स्वीकृति के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया था, कलेक्टर भी प्रमुख सचिव से चर्चा कर चुकी है, विधायक और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से सड़क के बजट में स्वीकृति मिल सकती है।
 

Tags:    

Similar News