बेटे ने मां को छोड़ा जंगल में, मददगार बनी पुलिस, मां ने किया माफ
बेटे ने मां को छोड़ा जंगल में, मददगार बनी पुलिस, मां ने किया माफ
डिजिटल डेस्क शहडोल। मदर्स डे पर रविवार को जहां समूचा विश्व मां को आदर सम्मान दे रहा था, वहीं एक कलयुगी बेटे ने इस रिश्ते के मायने ही बदलने का प्रयास किया। मां, जिसका नाम आते ही सारे दुख दर्द दूर हो जाते हैं, उसी मां को एक युवक ने जंगल में अकेला छोड़ दिया। न जाने कितनी देर तक बैठी वृद्ध मां बेटे का इंतजार करती रही।
वह तो भला हो अनजान व्यक्ति का, जिसने जंगल में अकेले बैठी वृद्धा को पुलिस की मदद से उसके घर तक पहुंचवाया। घर पहुंचने के बाद ममता का इससे बड़ा उदाहरण क्या हो सकता था कि मां ने बेटे की हरकत को माफ कर दिया। यह मामला जिले के गोहपारू थाना क्षेत्र में सामने आया है, जिसमें महिला थाना प्रभारी ज्योति सिकरवार ने वृद्ध को सकुशल घर पहुंचवाया।
यह है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार गोहपारू थाना क्षेत्र के ग्राम खोहरी में 65 वर्षीय शकुन्ती बाई अपने बड़े बेटे लल्लू सिंह गोंड के साथ रहती है। उसका दो अन्य बेटे दहुआ सिंह व खून सिंह अलग-अलग रहते हैं। लल्लू सिंह ने रविवार को अपने मां से कहा कि चलो जंगल की ओर होकर आते है। बाइक पर बैठाकर घर से करीब 30 किलोमीटर दूर भुरसी के जंगल में बैठाया और बोला कि आता हूं। लेकिन वह नहीं लौटा। बड़ी देर बाद पुरुषोत्तम दास नामक एक व्यक्ति वहां से गुजरा, जिसने वृद्धा को देखा। पूूछने पर बताया कि बेटा छोड़ गया है। पुुरुषोत्तम ने डायल 100 को सूचना दी। थाना में सूचना पर पुलिस भी हरकत में आई। मौके पर पहुंचकर पुलिस वाहन ने वृद्धा को घर ले जाकर छोड़ा।
पत्नी से झगड़ा होने पर उठाया कदम
अपनी मां को जंगल में छोड़कर आए बेटे लल्लू सिंह से जब पुलिस ने पूछा तो उसने जो वजह बताया, वह घर-घर में होती है। उसने बताया कि उसकी मां व उसकी पत्नी के बीच अक्सर झगड़ा होता था। उसकी पत्नी आए दिन उसे ताना देती थी। परेशान होकर वह मां को जंगल में छोड़ आया। थाना प्रभारी ज्योति सिकरवार ने जब बेटे लल्लू सिंह के विरुद्ध भरण पोषण संबंधी प्रकरण दर्ज करने की बात कही तो, मां का दिल नहीं माना। उसने कहा कि बेटे के खिलाफ वह कोई कार्रवाई नहीं चाहती। पुलिस की मौजूदगी में बेटे-बहू ने मां से क्षमा मांगते हुए भविष्य में ऐसी गलती नहीं करने की बात कही।