10 वीं- 12 वीं की परीक्षा ऑनलाइन लेने की मांग, निकाला विशाल मोर्चा
नारेबाजी 10 वीं- 12 वीं की परीक्षा ऑनलाइन लेने की मांग, निकाला विशाल मोर्चा
डिजिटल डेस्क, अकोला। राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन ने आफलाइन शालाएं बंद कर आनलाइन शालाओं को मंजूरी दी है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण का हवाला देते हुए एक ओर 5 या 5 से अधिक लोगों के इकट्ठा होने या रास्ते पर उतरने अथवा एक जगह आने पर सरकार तथा जिला प्रशासन की कड़ाई आपत्ति रहती है। ऐसे में आफलाइन शिक्षा के जरीए संक्रमण का खतरा हो सकता है। लिहाजा आनलाइन कक्षाएं चल रही हैं। ऐसे में कक्षा 10 वीं व 12 वीं की परीक्षाएं भी आनलाइन तकनीक से ही ली जाएं ऐसी मांग करते हुए कक्षा 10 वीं तथा 12 वीं के छात्र आक्रमक होकर अकोला की सड़कों पर उतरे। इतना ही नहीं छात्रों ने शहर के प्रमुख रास्तों पर मोर्चा निकालकर आनलाइन परीक्षा के लिए जमकर नारेबाजी की।
इसी तरह का मोर्चा आंदोलक छात्रों ने महाराष्ट्र के अलग अलग जिला मुख्यालयों में निकाला। इस संदर्भ में रविवार को ही शिक्षामंत्री वर्षा गायकवाड ने परीक्षा आफलाइन तथा निर्धारित समय सारिणी के तहत ही करवाए जाने का स्पष्ट किया था। जिससे और छात्र नाराज हो उठे। सोशल मीडिया पर भी छात्रों ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया देने के साथ ही आनलाइन परीक्षा संचालित करने की मांग करते हुए कलेक्ट्रेट परिसर में जमकर नारेबाजी की।
आंदोलन में शामिल छात्रों ने आक्रमक होने के साथ अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षा विभाग साल भर आनलाइन पढ़ा रहा है और अब आफलाइन परीक्षाएं आयोजित कर रहा है क्या यह योग्य है? इसलिए आफलाइन परीक्षाएं न लेकर आनलाइन परीक्षाएं ही आयोजित की जाए ऐसी मांग छात्र करते नजर आए। कोरोना की संख्या तेजी से बढ़ रही है। जिस कारण साल भर शालाएं आनलाइन थी, आनलाइन शिक्षा की प्रक्रिया ग्रामीण व पिछड़ावर्गीय क्षेत्रों में नहीं थी इसलिए आफलाइन परीक्षाएं रद्द की जाए ऐसी मांग भी की गई।
छात्र परीक्षाएं आनलाइन तरीके से आयोजित करने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में जमकर नारेबाजी कर रहे थी। इस बीच थोड़ बहुत अफरा तफरी का माहौल बन ही रहा था कि सिटीकोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई। इस बीच पुलिस की ओर से आंदोलन में शामिल छात्रों को समझाने का प्रयास किया गया। आंदोलन में शरविन राऊत, आयुष भोजने, ऋषिकेश आढावू, अथर्व बडोदे, शिवम शर्मा, आदेश एकंडे समेत सैकड़ों छात्र शामिल थे।