भाजपा कांग्रेस लगा रहे एक दूसरे पर आरोप, पोस्टर पर फोटो पर भी आपत्ति

भाजपा कांग्रेस लगा रहे एक दूसरे पर आरोप, पोस्टर पर फोटो पर भी आपत्ति

Bhaskar Hindi
Update: 2019-04-25 08:22 GMT
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डिजिटल डेस्क, शहडोल। यहां लोकसभा चुनाव लड़ रहे दोनों प्रतिद्वंदी दल भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस में आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। भाजपा प्रत्याशी द्वारा शहडोल संसदीय क्षेत्र से सांसद रहे स्व. दलपत सिंह परस्ते की फोटो का इस्तेमाल किए जाने पर परस्ते के परिजनों ने आपत्ति जताई है। संसदीय क्षेत्र के निर्वाचन अधिकारी अनूपपुर कलेक्टर को दिए आवेदन में स्व. परस्ते के परिजनों ने भाजपा प्रत्याशी के पोस्टरों से उनकी फोटो पृथक किए जाने की मांग की है। कमला बाई परस्ते व अन्य परिजनों ने पत्र में उल्लेख किया है कि स्व. परस्ते की फोटो वर्तमान लोकसभा प्रत्याशी हिमाद्री सिंह द्वारा अपने चुनाव प्रचार में उपयोग किया जा रहा है। बिना हमारे पारिवारिक सहमति के तथा साथ ही एक ही पोस्टर में अपने माता-पिता स्व. दलबीर सिह व राजेश नंदिनी की भी फोटो सम्मिलित है जो कि वे जीवन पर्यंत कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व करते रहे। जबकि हमारे पिता जीवन भर भाजपा में रहकर स्व. दलबीर सिंह व राजेश नंदिनी सिंह के राजनीतिक प्रतिद्वंदी रहते हुए निर्वाचित हुए। 

कांग्रेस एजेंट के रूप में काम कर रहे कलेक्टर - भाजपा का आरोप
भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया है कि शहडोल कलेक्टर ललित दाहिमा कांग्रेस के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं। बुधवार को भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में पार्टी के लोकसभा प्रभारी गिरीश द्विवेदी और लोकसभा संयोजक अनिल गुप्ता ने कहा कि 20 अप्रैल की रात कलेक्टर के चैंबर में जिले के प्रभारी मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने अधिकारियों की बैठक ली थी। उन्होंने आरोप लगाया कि यह बैठक कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सभा के आर्थिक प्रबंधन के लिए की गई थी। यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। 

उन्होंने कहा कि इस मामले में रिटर्निंग अधिकारी द्वारा दोनों को नोटिस जारी किया गया है, लेकिन तीन दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होना समस्या का समाधान नहीं है। इसके लिए भाजपा आंदोलन करेगी। दोनों नेताओं ने बताया कि गुरुवार को कलेक्ट्रेट के सामने भाजपा धरना प्रदर्शन करेगी। इसके लिए अनुमति ली जा रही है। अगर अनुमति मिलती है तो धरना देकर कलेक्टर को हटाने की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रभारी मंत्री जो सफाई दे रहे हैं वह सिर्फ बहाना है। हेलीकॉप्टर की ट्रायल लैंडिंग की अनुमति के लिए कोई भी कार्यकर्ता जा सकता था। जब उनसे विस चुनाव के ठीक बाद पूर्व कलेक्टर और डिप्टी कलेक्टर के वायरल हुए कथित वॉट्सएप मैसेज के बारे में पूछा गया तो अनिल गुप्ता ने कहा कि उस समय विपक्ष में कांग्रेस थी। कांग्रेस को इस मामले को प्रमुखता से उठाना चाहिए था। 

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