बैलों के साथ ट्रैक्टर भी तोरण के नीचे लाकर मनाया गया पोला
कुपटा बैलों के साथ ट्रैक्टर भी तोरण के नीचे लाकर मनाया गया पोला
डिजिटल डेस्क, कुपटा। मानोरा तहसील के ग्राम शेंदूजना अढाव के किसानों ने बैलों के साथही ट्रैक्टर भी तोरण के नीचे लाकर पोला मनाया । कोरोना संक्रमण के चलते दो वर्षो से किसान बैलों का त्योहार पोला नहीं मना पाए थे । लेकिन इसवर्ष संपूर्ण महाराष्ट्र में पोला पर्व भारी उत्साह के साथ मनाया गया । इस त्योहार पर दो दिन बैलाें से किसी भी प्रकार का काम नहीं करवाया जाता । इस त्योहार के पहले दिन कंधा मलने के रुप मंे मनाया जाता है तो पोले के दिन बैलों को अच्छी तरह नहला कर तथा बाद मंे उन्हें सजाया जाता है । बैलाें के शरीर पर नक्षीकाम किए गए झुल, गले में घुंगरु, सिंगों पर रंग, कौडियों की माला, नाक में नई नकेल ड़ाली जाती है । मानोरा तहसील के ग्राम शेंदुरजना अढाव में किसानों ने बैलों के साथही ट्रैक्टर भी पोला तोरण के नीचे लाकर पोला मनाया । एक ओर बैल तो दूसरी तरफ ट्रैक्टर और वह भी बैलाें की तरह सजे हुई थे । इस सम्बंध में जानकारी हासिल करने पर पता चला की पूर्व में किसान बैलाें से खेती करते थे लेकिन अब ट्रैक्टर से भी जुताई और बुवाई कर बैलों का काम हल्का किया जाता है । इस कारण बैलाें के साथही ट्रैक्टर का पोला भी ग्राम में मनाया गया ।