दो वर्ष बाद भी पैसेंजर गाड़ियां नियमित नहीं हुईं शुरू, यात्रियों को भुगतना पड़ रहा खामियाजा
गोंदिया दो वर्ष बाद भी पैसेंजर गाड़ियां नियमित नहीं हुईं शुरू, यात्रियों को भुगतना पड़ रहा खामियाजा
डिजिटल डेस्क, गोंदिया. कोरोना के कारण रेल विभाग द्वारा लगभग दो वर्ष पूर्व अनेक एक्सप्रेस पैसेंजर एवं लाेकल गाड़ियां बंद कर दी गई थी। लेकिन अब केवल राज्य में ही नहीं बल्कि सारे देश में कोरोना नियंत्रित है। इस दौरान रेलवे ने लंबी दूरी की अनेक गाड़ियों को स्पेशल गाड़ी का दर्जा देकर शुरू किया है। जिसमें पूर्व रिजर्वेशन कर ही यात्रा की जा सकती है एवं इसके लिए यात्रियों को नियमित टिकिट दर की तुलना में लगभग दोगुना किराया भरना पड़ता है। लेकिन सभी पैसेंजर एवं लोकल गाड़ियां पूर्ववत शुरू नहीं हुई है। जिसके कारण आम यात्री परेशान हो रहे हंै। लोकल पैसेंजर गाड़ियों के लिए मासिक टिकिट देनी तो शुरू कर दी गई है। लेकिन गाड़ियों की संख्या सीमित होने से यात्रियों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। एक ओर लोकल तथा पैसेंजर गाड़ियां पर्याप्त संख्या में शुरू न होने एवं दूसरी ओर एक्सप्रेस गाड़ियों में जनरल टिकिट शुरू न होने के कारण यात्री परेशान हो रहे है। लंबी दूरी की गाड़ियां छोटे स्टेशनों पर नहीं रूकती। जबकि जिले में हजारों नागरिक ऐसे है जिन्हें राेजमर्रा के काम के लिए नजदीक के गांव अथवा शहरांे में जाना पड़ता है। वहीं दूसरी ओर पिछले चार माह से अधिक समय से बसों की भी हड़ताल चल रही है। ऐसे में यात्रियों के लिए बड़ी समस्या निर्माण हो गई है। रेल यात्रियों ने सभी लाेकल एवं पैसेंजर गाड़ियों को पूर्ववत जल्द से जल्द शुरू करने की मांग की है। जिससे लोकल यात्रियों को सुविधा मिल सके।