गुजरात की गुमशुदा लड़की अभिभावकों को सौंपी

अकोला गुजरात की गुमशुदा लड़की अभिभावकों को सौंपी

Bhaskar Hindi
Update: 2022-09-11 08:29 GMT
गुजरात की गुमशुदा लड़की अभिभावकों को सौंपी

डिजिटल डेस्क, अकोला। विगत 1 वर्ष से लापता 17 वर्षीय बालिका को गुरुवार को अकोला बाल कल्याण समिति व जिला बाल संरक्षण कक्ष के प्रयत्नों से उसके परिवार तक पहुंचाने में सफलता मिली है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अकोला रेलवे स्टेशन पर 10 जून को 17 वर्षीय बालिका भटकती नजर आई। रेलवे स्टेशन की चाइल्ड लाइन टीम ने इस बालिकों से जब पूछताछ की तब लड़की से संतोषजनक उत्तर प्राप्त नहीं हुआ, वह बार बार औरंगाबाद निवासी होने की बात कर रही थी। जिस कारण औरंगाबाद की पुलिस से संपर्क साधकर बालिका के परिजनों को खोजने का प्रयत्न किया गया लेकिन विफलता हासिल हुई। 

इस बीच बालिका को अकोला को गायत्री बालिकाश्रम में रखा गया। उसके घर का पता जानने के लिए उसके फिंगरप्रिंट लिए गए लेकिन आधार पंजीयन 2016 ससे पूर्व का होने की वजह से नया आधार कार्ड भी बन नहीं सका। जिस कारण जिला महिला व बालविकास अधिकारी विलास मरसाले ने यूआईडी के विभाग से संपर्क कर आधार पंजीयन क्रमांक के लिए बिनती की। 

यह क्रमांक मिलने के बाद 29 अगस्त को आधार कार्ड डाउनलोड हो गया। जिसमें बालिका का पता गुजरात के अहमदाबाद जिले का बता रहा था। वहां के जिला बाल संरक्षण अधिकारी विजय प्रजापति से संपर्क कर बालिका के परिजनों को खोजा गया। बालिका के मां ने जैसे ही बालिका का फोटो देखा तो उसकी आंखों आंसू निकल आए। इस बीच उसकी मां ने बताया कि यह बालिका विगत 1 वर्ष से पंरिवार के संपर्क में नहीं थी। 8 सितम्बर को बालिका के उसके परिजनों के सुपुर्द किया गया। बालिका को उसके घर तक पहुंचाने के लिए  अकोला के राजेश देशमुख, डा विनय दांदले, शिला तोष्णीवाल, सुनिल लाडूलकर, सचिन घाटे, वैशाली भटकर आदि ने प्रयास किए।

Tags:    

Similar News