हिवरखेड़ में मौसम विशेषज्ञ की किसानों को सलाह - प्रकृति के खिलाफ कतई न जाएं

चेतावनी हिवरखेड़ में मौसम विशेषज्ञ की किसानों को सलाह - प्रकृति के खिलाफ कतई न जाएं

Bhaskar Hindi
Update: 2022-09-21 11:47 GMT
हिवरखेड़ में मौसम विशेषज्ञ की किसानों को सलाह - प्रकृति के खिलाफ कतई न जाएं

डिजिटल डेस्क, हिवरखेड़. प्रतिवर्ष मौसम की मार का सामना किसान कर रहे हैं। इस के लिए हम ही जीम्मेदार है। क्योंकि अगर प्रकृति खिलाफ गए तो इस का नतिजा हमे ही भुगतना पड़ता है। किसानों को इस बात को अच्छी तरह से समझनी चाहिए। खरीप के मौसम में विशेषत: प्राकृतिक नियमों के हिसाब से ही खेती करनी चाहिए। प्रकृति के खिलाफ जाकर फसलों को न निकाले। क्योंकि इसमें नुकसान तय है, ऐसा संबोधन मौसम विशेषज्ञ पंजाबराव डख ने किया। तेल्हारा तहसील के ग्राम हिवरखेड़ में मौसम विशेषज्ञ पंजाबराव डख के मार्गदर्शन कार्यक्रम का आयोजन मंगलवार 20 सितंबर को किया गया था। माली वैभव मंगल कार्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में सैकड़ों किसान उपस्थित थे।  किसान प्रकृति के नियमों के हिसाब से फसलों का संरक्षण कैसे करे, इस बारे में उन्होंने विस्तृत जानकारी दी। मुसलाधार बारिश, ओलावृष्टि, बीजली का कड़कड़ाहट, कब, कैसे और क्यों होता है। ऐसे समय क्या एहतियात बरतनी चाहिए, इस बारे में भी उन्होंने जानकारी दी।  प्रकृति के खिलाफ जाकर खेत में बुवाई या फसलों को न निकाले। जिससे नुकसान तय है। ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करे। जितने वृक्ष अधिक उतनी बारिश होगी। जिससे कभी भी जलसंकट या फसलों को जल की कमी नहीं होगी, ऐसी जानकारी भी उन्होंने दी। 

मौसम विशेषज्ञ पंजाबराव डख ने बताया की २२,२३,२४, सितंबर को हिवरखेड़ परिसर में जोरदार बारिश होगी। लिहाजा दो दिन में खेतों के काम निपटाले। कोयल, गिरगीट, गोह,  सहित विभिन्न पंछी भी बारिश आने के पूर्वानुमान से परिचित कराते हैं। गाज गिरते समय क्या सावधानी बरतनी चाहिए इस के बारे में भी उन्होंने जानकारी दी। यह   कार्यक्रम राठी कृषी सेवा केंद्र की ओर से आयोजित किया गया था। 

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