पिछले वर्ष 21 जुलाई को नाला सफाई में लापरवाही से निर्माण हुई थी जलजमाव की स्थिति

कछुआ गति से काम पिछले वर्ष 21 जुलाई को नाला सफाई में लापरवाही से निर्माण हुई थी जलजमाव की स्थिति

Bhaskar Hindi
Update: 2022-05-09 12:11 GMT
पिछले वर्ष 21 जुलाई को नाला सफाई में लापरवाही से निर्माण हुई थी जलजमाव की स्थिति

डिजिटल डेस्क, अकोला। महानगरपालिका क्षेत्र में प्रति वर्ष मानसून पूर्व नाला सफाई का नियोजन होता है, लेकिन पिछले वर्ष नाला सफाई नहीं हो पाई। इस कारण 21 जुलाई 2021 को हुई धुआंधार बारिश के बाद जलजमाव की स्थिति निर्माण हो गई थी। इस बार वैसी स्थिति निर्माण न हो इसलिए मनपा की ओर से अप्रैल माह में ही जेसीबी से नाला सफाई का काम शुरू किया गया। कछुआ गति से चल रहे काम की वजह से अभी भी अधिकतर नाले गंदगी से पटे हुए है, जबकि मासून को सिर्फ एक माह का समय बचा हुआ है।महानगरपालिका की ओर से पहले जोन कार्यालय स्तर पर अग्रिम राशि उपलब्ध कराकर नाला सफाई करवाई जाती थी, लेकिन अग्रिम राशि को लेकर कई बार गड़बड़ी हो चुकी है। हिसाब न जुड़ने से मनपा को चूना लग चुका है। इस बीच सन 2020 में मानसून पूर्व नाला सफाई कोरोना संकट की वजह से प्रभावित रही। सन 2021 में भी सर्वसाधारण सभा तथा  स्थायी समिति से निधि को मंजूरी न मिल पाने से कई नालों की सफाई नहीं हो पाई थी। इस बीच 21 जुलाई 2021 की रात अकोला शहर में धुआंधार बारिश हुई। इस बारिश की वजह से कई निचले इलाकों में पानी भर गया था। नागरिकों को नुकसान उठाना पड़ा। इस पर गौर करते हुए इस बार मानसून पूर्व नाला सफाई प्रभावी तरीके से होना अपेक्षित है, लेकिन नाला सफाई का काम धीमी गति से हो रहा है। कई परिसरों में नाले गंदगी से पटे हुए है, जिससे मच्छरों का प्रमाण भी बढ़ गया है। 

नाला सफाई को गति देने की मांग

मानूसन पूर्व नाला सफाई में बरती जा रही ढिलाई के चलते पूर्व महापौर तथा भाजपा महानगर अध्यक्ष विजय अग्रवाल ने मनपा आयुक्त कविता द्विवेदी को ज्ञापन सौंपकर नाला सफाई को गति प्रदान करने की मांग रखी। चर्चा में उन्होंने शहर के 110 बड़े नालों की 7 जून से पूर्व युध्दस्तर पर साफसफाई करवाने की मांग की। 21 जुलाई 2021 की घटना की पुनर्रावृत्ति न हो इसलिए प्रभावी उपाययोजनाएं की जाए। संक्रामक बीमारियों के साथ ही मच्छरों के प्रकोप की रोकथाम के लिए प्रयास किए जाए। 
 

Tags:    

Similar News