कान्हा में मादा तेंदुआ का शिकार, गारा में जहर मिलाकर की वारदात

कान्हा में मादा तेंदुआ का शिकार, गारा में जहर मिलाकर की वारदात

Bhaskar Hindi
Update: 2019-07-13 08:25 GMT
कान्हा में मादा तेंदुआ का शिकार, गारा में जहर मिलाकर की वारदात

डिजिटल डेस्क, मंडला। कान्हा नेशलन पार्क के बफर जोन खापा की सरेखा बीट में गश्ती दल को मृत अवस्था में मादा तेंदुआ मिला है। तेंदुआ को जहर देकर मारा गया है। तेंदुआ के गारा में जहर मिलाने के कारण उसकी मौत हुई है। पीएम के बाद तेंदुआ का अंतिम संस्कार कर दिया गया, बिसरा जांच के लिए भेजा गया है।

मादा तेंदुआ की उम्र 12 साल 

बताया गया है कि कान्हा नेशनल पार्क के बफर जाने में सुबह करीब 9 बजे खापा रेंज की सरेखा बीट में मृत अवस्था में तेंदुआ गश्ती दल ने देखा, इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियो को दी गई। अधिकारियों ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया। मादा तेंदुआ की उम्र की 12 साल है।  यहां 100 मीटर दूर पर मृत बैल पड़ा था, बैल के पास गुबरीला भी मरे थे, तेंदुआ का पीएम डॉ संदीप अग्रवाल के द्वारा किया गया।  तेंदुआ के पेट में बैल का मांस भी मिला है। प्रथम दुष्टया शिकारियो ने तेंदुआ के गारा में जहर मिलाकर उसे मौत के घाट उतार दिया है। तेंदुआ का पीएम किया गया है। अंतिम संस्कार कर दिया गया है। बिसरा जांच के लिए लैब भेजा है। तेंदुआ के शिकार के मामले में कान्हा की टीम जांच कर रही है। मुखबिर की मदद ली जा रही है। तेंदुआ के शिकारियों का पता लगाया जा रहा है। 

कान्हा में शिकारी सक्रिय

कान्हा नेशनल पार्क में शिकारी सक्रिय हो रहे है। कान्हा नेशलन पार्क के बफर जोन समनापुर परिक्षेत्र की हतबंद बीट में दो वायसन का शिकार 30 जून को हुआ है। छापर में जहर मिलाकर वायसन का शिकार किया गया। इसके दस दिन बाद फिर तेंदुआ को शिकारियो ने शिकार बना लिया है। इसकी मौत भी जहर देने से ही हुई है। शिकार की बढ़ती घटनाओं ने कान्हा में हड़कंप है। विभाग सकते में आ रहा गया है। शिकार की घटनाओ को रोकने के लिए की जा रही मानसून गश्ती के बाद ऐसी घटनाएं हो रही है। 

घायल तेंदुआ की मौत

तेंदुआ के शिकार के दो दिन पहले भी कान्हा नेशनल पार्क में एक तेंदुआ शावक की मौत हुई है। करीब डेढ़ साल का शावक बफर जोन के गढ़ी आर्मी बीट में मृत अवस्था में मिला था, तेंदुआ गंभीर रूप से घायल था, तेंदुआ के शरीर मे दांत के निशान मिले थे, जिससे कान्हा प्रबंधन से सामान्य मौत मान रहा है। किसी अन्य वन्यप्राणी के हमले से तेंदुआ की मोत हुई है। 

इनका कहना है 

मादा तेंदुआ की प्रथम दृष्टया मौत जहर से हुई है, गारा तेंदुआ के पास मिला है, जिसमें जहर मिलाया गया है। जांच की जा रही है। अंजना सुचिता तिर्की
 

Tags:    

Similar News