माफियाओं में कानून का खौफ पैदा करना जरूरी
अपराधियों के हौसले पस्त करने जल्द होगी कार्रवाई माफियाओं में कानून का खौफ पैदा करना जरूरी
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। पुलिस कंट्रोल रूम में सोमवार की शाम प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की संयुक्त बैठक में माफिया और अपराधी तत्वों के हौसले पस्त करने कई सख्त निर्णय लिए गए। कहा गया कि अपराधियों में खौफ पैदा किया जाए, ताकि उन्हें यह अच्छे से समझ में आए कि जिले में कानून का राज है। अपराधियों के अवैध निर्माणों पर जल्द ही बुलडोजर चलेगा और कानून का पालन कराने के प्रयास होंगे। शहर के यातायात को सुधारने कई तरह की योजनाओं पर कार्य किया जाएगा।
कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन की अध्यक्षता में आयोजित की गई बैठक में पुलिस अधीक्षक टीके विद्यार्थी, नगर निगम आयुक्त स्वप्निल वानखड़े, अपर कलेक्टर शेर सिंह मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती प्रियंका शुक्ला, संजय अग्रवाल, समर वर्मा, प्रदीप कुमार शेंडे, शिवेश सिंह बघेल, सीईओ स्मार्ट सिटी चन्द्रप्रताप गोहिल तथा एसडीएम, सीएसपी, तहसीलदार एवं थाना प्रभारी मौजूद थे।
करीब तीन घंटे चली इस बैठक में बड़े त्योहारों एवं जलसा-जुलूसों के दौरान कानून व्यवस्था बनाये रखने, शहर की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने, शासकीय एवं सार्वजनिक भूमि में अतिक्रमणों को हटाने तथा सड़क दुर्घटना रोकने व चिन्हित ब्लैक स्पॉट्स पर सुरक्षा के किये जा रहे उपायों पर भी चर्चा की गई। सभी प्रकार के माफियाओं के विरुद्ध कठोर कार्रवाई के लिये प्रशासनिक, पुलिस एवं नगर निगम के अधिकारियों के बीच बेहतर तालमेल पर जोर दिया गया। इसके लिए अधिकारियों को आपस में निरंतर संपर्क, संवाद बनाये रखने तथा सूचनाओं का आदान-प्रदान करने के निर्देश दिये गये।
कलेक्टर ने शासकीय भूमि पर आपराधिक तत्वों द्वारा किये गये कब्जों के मामलों में एफआईआर दर्ज करने के निर्देश भी प्रशासनिक अधिकारियों को दिये।
पुलिस अधीक्षक टीके विद्यार्थी ने बैठक में प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों को माफिया के साथ-साथ हिस्ट्रीशीटर्स एवं आदतन अपराधियों पर सख्ती बरतने की हिदायत दी।
गौरीघाट से शुरू हो यातायात सुधार मुहिम
बैठक में शहर की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने पर भी विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में ग्वारीघाट सहित शहर के व्यस्ततम क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिये सभी हितधारकों से चर्चा कर पुख्ता रणनीति बनाने के निर्देश संबंधित प्रशासन, पुलिस एवं नगर निगम के अधिकारियों को दिये गये। बैठक में कहा गया कि यातायात को दुरुस्त करने की कार्यवाही ग्वारीघाट से प्रारंभ की जाये।