चलती ट्रेनों में नहीं रुक रही लूटपाट की घटनाएं
बढ़ रही वारदातें चलती ट्रेनों में नहीं रुक रही लूटपाट की घटनाएं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. रेलवे की ओर से भले यह दावा किया जा रहा हो कि यात्रियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे है, लेकिन चलती ट्रेनों में लूटपाट, डकैती या अन्य वारदातों को रोकने में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) नाकाम साबित हो रहे हैं। पिछले तीन सालों में चलती ट्रेनों में 1600 से अधिक लूटपाट और डकैती की 38 वारदात हुई है।
राज्यसभा सदस्य संजय राऊत ने रेलगाड़ियों में डकैती और यात्रियों से लूटपाट की घटनाओं के बारे में जानना चाहा था। इस सवाल के लिखित जवाब में रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जीआरपी स्टेशनों द्वारा प्रदान किए आंकडों के हवाले से बताया कि चलती ट्रेनों में पिछले तीन सालों में लूटपाट की 1665 घटनाएं रिपोर्ट की गई है, जिसमें वर्ष 2020 में 373, वर्ष 2021 में 571, वर्ष 2022 में 699 और 2023 मे 22 जनवरी तक 22 घटनाएं हुई है। जबकि इन वर्षों के दौरान डकैती की क्रमश: 8, 16 और 14 घटनाओं को अंजाम दिया गया है। 2023 में डकैती की कोई वारदात घटित नहीं हुई है।
रेलवे सुरक्षा बल द्वारा ऐसी घटनाओं को रोकने में विफल रहने के कारण पूछे जाने पर मंत्री ने बताया कि पुलिस एवं कानून व्यवस्था राज्य का विषय हैं और इश प्रकार रेलों में अपराधों की रोकथाम की जिम्मेदारी भी राज्य सरकारों की है। हालांकि, मंत्री ने कहा कि यात्रियों को बेहतर सुरक्षा मुहैया कराने और उनसे जुड़े मुद्दों पर रेल सुरक्षा बल, जीआरपी/जिला पुलिस के प्रयासों में मदद करती है।