Shahdol News: जंगली हाथियों ने आखेटपुर में 3 घरों को तोड़ा

  • 18 जंगली हाथियों का शहडोल जिले के ब्यौहारी रेंज से लेकर संजय टाइगर रिजर्व के बफर और कोर एरिया तक मूवमेंट
  • 18 हाथियों के समूह का मूवमेंट संजय टाइगर रिजर्व के बफर और कोर एरिया में दीपावली के बाद से है।
  • हाथियों पर नजर रखने के लिए तीन शिफ्ट में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाए हैं।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-11-18 13:15 GMT

Shahdol News: ब्यौहारी तहसील अंतर्गत आखेटपुर में शुक्रवार रात 9 बजे जंगली हाथियों ने 3 घरों को नुकसान पहुंचाया। घर पर रखी खाने पीने की सामग्री का सेवन किया और बाहर लगे बाड़े को भी तोड़ दिया। खेत में केला व दूसरी फसलों को खा लिया, जिसकी खेती ग्रामीण अपने उपयोग के लिए किए थे। हाथियों के समूह ने जिन किसानों के घर, अनाज व फसल को नुकसान पहुंचाया उनके नाम भीमसेन कोल, मुन्ना कोल व राजभान है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव के आसपास 18 हाथियों का मूवमेंट है। जो आए दिन गांव आकर फसलों को खा रहे हैं, घर के अंदर रखी दूसरी सामग्री को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं।

ग्रामीण बोले-हाथियों के जाने बाद पहुंचे वनकर्मी

आखेटपुर के चुहिराटोला में हाथियों के मूवमेंट से परेशान ग्रामीणों ने बताया कि शुक्रवार रात हाथियों ने उनके घर और अनाज को नुकसान पहुंचाया। उस समय कई ग्रामीण घर के अंदर ही दुबके रहे। हाथी जब घरों को नुकसान पहुंचा रहे थे तक कोई नहीं आया। हाथियों के जाने के बाद वनकर्मी पहुंचे।

घर छोडऩे हुए विवश

जिला पंचायत सदस्य पुष्पेंद्र पटेल ने बताया कि हाथियों के मूवमेंट के बाद चुहिराटोला में रहने वाले ग्रामीण घर छोडऩे विवश हैं। अधिकांश जनजातीय परिवार के लोग हाथियों के कारण जान जाने से भयभीत हैं। ये लोग घर छोडक़र आखेटपुर आ गए हैं।

संजय टाइगर रिजर्व तक मूवमेंट

18 जंगली हाथियों का समूह आखेटपुर, सरसवाही व बोचरो गांव के आसपास 18 दिन से विचरण कर रहे हैं। हाथियों का मूवमेंट शहडोल के उत्तर वनमंडल के अलग-अलग रेंज से लेकर संजय टाइगर रिजर्व के बफर एरिया से लेकर संजय डुबरी कोर एरिया तक है।

दीपावली के बाद से मूवमेंट

18 हाथियों के समूह का मूवमेंट संजय टाइगर रिजर्व के बफर और कोर एरिया में दीपावली के बाद से है। हमारी टीम हाथियों के मूवमेंट पर नजर रखे हुए है।

राजेश कन्नन

डिप्टी डायरेक्टर संजय टाइगर रिजर्व

हाथियों पर नजर रखने के लिए तीन शिफ्ट में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाए हैं। जहां भी हाथियों का मूवमेंट होता है और आगे गांव है तो उसकी जानकारी ग्रामीणों को भी देते हैं।

अजय पांडेय सीसीएफ शहडोल

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