Shahdol News: हाथियों को लेकर बुलाई गई कार्यशाला में उठा वनकर्मियों की नाकामी का मुद्दा

  • ग्रामीणों ने कहा- पटाखे फोडऩे से भी नहीं भागते हाथी फिर कैसे हो बचाव, नुकसान में समय पर मुआवजा नहीं मिलना भी बड़ी समस्या
  • कार्यशाला में मानपुर एसडीएम ने बताया कि फसल नुकसान होने पर जल्दी मुआवजा प्राप्त करने के लिए कैसी प्रक्रिया अपनाएं।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-11-18 12:20 GMT

Shahdol News: बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व मुख्यालय ताला में टाइगर रिजर्व प्रबंधन द्वारा रविवार को हाथी-मानव द्वंद्व रोकने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया तो यहां पहुंचे ग्रामीणों ने खुलकर गुस्सा निकाला। ग्रामीणों ने कहा कि हाथियों का दल गांव की ओर पहुंचता है तो कई बार बुलाने पर भी वनकर्मी नहीं आते।

ग्रामीणों को जंगली हाथियों की चुनौती से स्वयं ही निपटना पड़ता है। इतना ही नहीं हाथियों ने फसल को नुकसान पहुंचाया तो समय पर मुआवजा नहीं मिलना भी बड़ी समस्या है। दरअसल टाइगर रिजर्व प्रबंधन द्वारा बुलाई गई कार्यशाला का उद्देश्य था कि हाथी मित्रों को समझाइश दी जाए कि गांव में हाथियों के आने के बाद कैसी रणनीति अपनाई जाए जिससे लोगों को नुकसान नहीं हो और ग्रामीणों के मन में हाथी, बाघ व दूसरे वन्यप्राणियों को लेकर पनप रहे गुस्से को कम किया जा सके।

मानपुर परिक्षेत्र द्वारा बुलाई गई कार्यशाला में उर्दाना, छपरोड़, देवरी, बल्होड़, माला, मचखेता, मढ़ौ, गुरुवाही, डोभा, नेवसी, समरकोइनी गांव से 30 से ज्यादा हाथी मित्र शामिल हुए। जिन्हें फील्ड डायरेक्टर अनुपम सहाय, डिप्टी डायरेक्टर पीके वर्मा, आनंद शिंदे, कमलेश नंदा सहित अन्य ने हाथी मित्रों से संवाद किया। उनकी बातें सुनी और अपनी बातें रखी। कार्यशाला में मानपुर एसडीएम ने बताया कि फसल नुकसान होने पर जल्दी मुआवजा प्राप्त करने के लिए कैसी प्रक्रिया अपनाएं।

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