Shahdol News: नवीन औद्योगिक क्षेत्रों के विकास के संबंध में बैठक आयोजित
- शहडोल में रीजनल इंडस्ट्रियल कान्क्लेव से पहले औद्योगिक संभावनाओं की तलाश
- बैठक में औद्योगिक क्षेत्रों की बाउंड्रीवाल नहीं होने के साथ ही शासकीय जमीनों पर अतिक्रमण का मुद्दा उठा।
- शासकीय जमीन पर अतिक्रमण रोक पाने में पहले ही प्रशासन की नाकामी सामने आती रही है।
Shahdol News: प्रदेश सरकार ने मध्यप्रदेश के सभी संभाग मुख्यालय में रीजनल इंडिस्ट्रियल कान्क्लेव का आयोजन करने की तैयारी की है। प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने शुक्रवार को बताया था कि 7 दिसंबर को शहडोल में रीजनल इंडस्ट्रियल कान्क्लेव आयोजन की संभावना है। इससे पहले यहां भी देखा जाना जरूरी होगा कि शहडोल में किस सेक्टर में उद्योग की संभावनाएं है। इसके लिए शनिवार को शहडोल कलेक्ट्रेट में बैठक का आयोजन किया गया।
नवीन औद्योगिक क्षेत्रों के विकास पर आयोजित बैठक में बाणसागर के पानी का उपयोग करने से लेकर वोल्टेज समस्या, सीमेंट, सडक़ मार्ग, कोयला उत्पादन, टाइल्स बनाने, गैस पाइप, मार्बल, वनोपज, कृषि पैदावार जैसे अन्य विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई।
बैठक में जयसिंहनगर विधायक मनीषा सिंह, कलेक्टर डॉ. केदार सिंह, संजय मित्तल, सुशील सिंघल सहित औद्योगिक क्षेत्र से जुड़े लोगों के साथ ही बैकर्स व अन्य जानकार मौजूद रहे।
शासकीय भूमि पर अतिक्रमण से समस्या
बैठक में औद्योगिक क्षेत्रों की बाउंड्रीवाल नहीं होने के साथ ही शासकीय जमीनों पर अतिक्रमण का मुद्दा उठा। नागरिकों ने कहा कि शासकीय जमीन पर अतिक्रमण के कारण कई बार सार्वजनिक उपयोग के बड़े काम के लिए जमीन का मिलना मुश्किल हो जाता है।
शासकीय जमीन पर अतिक्रमण रोक पाने में पहले ही प्रशासन की नाकामी सामने आती रही है। इस पर कलेक्टर ने अतिक्रमण हटाने के लिए टीम बनाने की बात कही। बाउंड्रीवाल का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
जिले में 41 राइस मिल
जिले में 41 धान मिल हैं, तथा धान से निकलने वाली भूसी का उपयोग तेल बनाने, ईंटा बनाने जैसे अन्य कार्यों में उपयोग किया जाता है। ईंट पकाने के लिए भूसी की सप्लाई यूपी तक होती है।