पालकमंत्री मलिक ने कहा - जिला आपदा प्रबंधन की भूमिका महत्वपूर्ण, रेस्क्यू के लिए मिली 5 रबर बोट
गोंदिया पालकमंत्री मलिक ने कहा - जिला आपदा प्रबंधन की भूमिका महत्वपूर्ण, रेस्क्यू के लिए मिली 5 रबर बोट
डिजिटल डेस्क, गोंदिया। जिले में मानसून कालवधि में बाढ़ एवं अन्य घटनाओं की चपेट में आने वाले व्यक्तियों को तत्काल मदद देकर जीवित व वित्तहानि के नुकसान को बचाने के लिए जिला आपदा प्रबंधन की भूमिका महत्वपूर्ण है। आपदा प्रबंधन को अधिक मजबूत करने के लिए हम कटिबद्ध हैं। यह बात पालकमंत्री नवाब मलिक ने खोज एवं बचाव के लिए उपलब्ध कराई गई 5 रबरी बोट का लोकार्पण करते समय 30 अक्टूबर को जिलाधिकारी कार्यालय में कही। इस दौरान विधायक मनोहर चंद्रिकापुरे, सहषराम कोरोटे, जिलाधिकारी नयना गुंडे, जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनिल पाटील, पुलिस अधीक्षक विश्व पानसरे, अपर जिलाधिकारी राजेश खवले, निवासी उपजिलाधिकारी जयराम देशपांडे व आपदा प्रबंधन अधिकारी राजन चौबे उपस्थित थे। पालकमंत्री मलिक ने कहा कि, उपलब्ध सामग्री संसाधन तथा उचित समन्वयक बनाए रखने से बाढ़ की परिस्थितयों पर नियंत्रण पाना संभव है। आपदा के दौरान नागरिकांे की मदद के लिए जिला आपदा प्रबंधन हमेशा सतर्क रहता है। खोज व बचाव दल के माध्यम से बचाव कार्य किया जाता है। हाल ही में आमगांव तहसील के जवरी, गोरठा निवासी चांदनी पाथोडे बालिका की मृत्यु नहर के पानी में डूबने से हुई है। इस घटना में राज्य आपदा प्रतिसाद दल नागपुर व जिला खोज बचाव दल के जवानों ने अपनी जान जोखिम में डालकर शव रेस्क्यू कर बाहर निकाला। ऐसी घटनाओं पर नियंत्रण पाने के लिए आपदा प्रबंधन को सक्षम बनाना आवश्यक है। जिसे देखते हुए गोंदिया सहित राज्य के सभी जिलों को जीवनरक्षक रबर बोट उपलब्ध कराए गए है। जिसका उपयोग आपदा के समय में किया जाएगा। गोंदिया जिले को 5 रबर बोट उपलब्ध कराई गई है। प्रत्येक रबर बोट में एक मोटर इंजिन, 12 लाइफ जाॅकेट, 2 लाइफ बॉय, पंक्चर किट उपलब्ध कराई गई है। जिसका लोकार्पण पालकमंत्री नवाब मलिक के हाथों किया गया।