सरकारी अस्पताल के डाॅक्टर दे रहे निजी अस्पतालों में सेवा
गोंदिया सरकारी अस्पताल के डाॅक्टर दे रहे निजी अस्पतालों में सेवा
डिजिटल डेस्क, गोंदिया। हमेशा से चर्चा में रहे शहर के सरकारी जिला केटीएस और बाई गंगाबाई महिला अस्पताल इन दिनों चर्चाओं में हैं। अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर शहर के निजी अस्पतालों में सेवा दे रहे हैं। डॉक्टरों की गैरमौजूदगी से सरकारी अस्पतालों में भर्ती मरीजों के बेहाल हो रहे है। यह आरोप अखिल भारतीय भ्रष्टाचार विरोधी न्याय मंच ने लगाया है। इस संबंध में जिलाधिकारी तथा स्वास्थ्य अधिकारियों को लिखित शिकायत देकर लापरवाह डॉक्टरों के खिलाफ निलंबित कार्रवाई की मांग की है। इस संदर्भ में जिला स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी देते बताया कि डाॅक्टरों को नियमानुसार अस्पताल में 8 घंटे सेवा पर तैनात रहना जरूरी है। जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है। दोषी पाए जाने पर डॉक्टरों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
उपरोक्त विषय के संदर्भ में लिखित शिकायत के आधार पर मेडिकल कॉलेज के नियंत्रण में शहर के दो बड़े सरकारी अस्पताल केटीएस जिला सामान्य व बाई गंगाबाई महिला अस्पताल संचालित है। अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर डयूटी पर तैनात नहीं रहते। जिससे वॉर्डों में भर्ती मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। राज्य सरकार परिपत्रक क्रमांक वर्ष 2008-09 के मुताबिक सरकारी डॉक्टरों को किसी भी तरह की निजी सेवा नहीं दिए जाने का उल्लेख किया गया है। लिखित शिकायत में सरकारी अस्पताल के डॉ.अविनाश येडने गोंदिया शहर के गडडाटोली में स्थित निजी सेंट्रल अस्पताल व तिरोड़ा तहसील के आधार अस्पताल में सेवा दिए जाने का समावेश है। उसी तरह डॉ.बी.डी.जायस्वाल अपने निवास पर सेवा देने के साथ ही गोंदिया शहर के अवंतीचौक स्थित निजी सहयोग अस्पताल में सेवा देने, डॉ.निकिता पोयाम गोंदिया शहर के निजी अम्बे पॉली क्लिनिक में सेवा देने, डॉ.संजय भगत तिरोड़ा तहसील के रहाटे मेडिकल में सेवा देने, डॉ.केंद्रे गोंदिया शहर के रेलटोली स्थित आयुष अस्पताल, राधेकृष्ण अस्पताल तिरोड़ा तहसील के रहांगडाले निजी अस्पताल तथा गोरेगांव तहसील के सहारे नर्सिंग होम में सेवा देने, डॉ.तृप्ति कटरे गोंदिया शहर के अवंतीचौक स्थित सहयोग अस्पताल, अम्बे पॉली क्लिनिक में सेवा देने, डॉ.पोषणलाल बिसेन गोंदिया शहर के अवंतीचौक स्थित सहयोग अस्पताल में सेवा देने तथा डॉ.चंद्रकिशोर पारधी गोंदिया शहर के अवंतीचौक स्थित सहयोग अस्पताल में सेवा देने की बात उल्लेखित है। उपरोक्त डॉक्टर शहर के सरकारी अस्पताल में कार्यरत है। इनके वर्तमान में निजी अस्पताल में सेवा देने की बात सामने आयी है। अखिल भारतीय भ्रष्टाचार विरोधी न्याय मंच ने इस संबंध में जिलाधिकारी, जि.प. मुख्य कार्यकारी अधिकारी तथा स्वास्थ्य अधिकारियों को अवगत कर निलंबित कार्रवाई की मांग की है।
दोषियों पर कारवाई की जाएगी
नियमानुसार डॉक्टरों को अस्पताल में 8 घंटे सेवा पर तैनात रहना जरूरी है। समय के बाद कौनसा काम कर रहे है। क्या कर रहे है। किसी भी तरह की आपत्ति नहीं है। शिकायत की जांच प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। दोषी पाए जाने पर उपरोक्त डॉक्टरों के खिलाफ नियमानुसार कारवाई की जयेंगी।
- अमरीश मोहबे, जिला शल्य चिकित्सक, जिला सामान्य अस्पताल गोंदिया
दो माह से नहीं हुई कार्रवाई
उपरोक्त विषय के संदर्भ में जिलाधिकारी, जिप मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी को लेखी शिकायत की गई है। पिछले दो माह से अब तक दोषी डाक्टरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है।
- जितेंद्र सतिसेवक, उपाध्यक्ष, अखिल भारतीय भ्रष्टाचार विरोधी न्याय मंच, गोंदिया