जिले के जलाशय लबालब, नहीं होगा जलसंकट

गोंदिया जिले के जलाशय लबालब, नहीं होगा जलसंकट

Bhaskar Hindi
Update: 2022-04-16 10:41 GMT
जिले के जलाशय लबालब, नहीं होगा जलसंकट

डिजिटल डेस्क, गोंदिया. इस वर्ष बारिश अच्छी होने से जिले के तालाबों में पर्याप्त मात्रा में जल भरा हुआ है। लेकिन कोल्हापुरी बांध ग्रीष्मकाल की शुरुआत में ही दम तोड़ रहे हैं। जिले के मध्यम प्रकल्पों में 23 प्रतिशत व लघु प्रकल्पों में 35 प्रतिशत जल संग्रहित है। वहीं कोल्हापुरी बांधों में मात्र 4.62 प्रतिशत ही जल शेष बचा हुआ है। बता दें कि गोंदिया जिले को तालाबों का जिला कहा जाता है। प्रतिवर्ष मनरेगा तथा विभिन्न योजनाओं के तहत करोड़ों रुपए की निधी खर्च कर मरम्मत की जाती है। वहीं जलस्तर बढ़ाने के लिए कोल्हापुरी बांधों का भी निर्माण गोंदिया जिले के घाटटेमनी व खेडेपार में किया गया है। लेकिन उचित मरम्मत तथा देखभाल के अभाव में दोनों कोल्हापुरी बांधों में जल संग्रहित न के बराबर हो रहा है। जिले के बोदलकसा, चोरखमारा, चुलबंद, खैरबंदा, मानागड, रेंगेपार, संग्रामपुर, कटंगी, कलपाथरी में 23.35 प्रतिशत जल भरा हुआ है। वहीं जिले के 20 लघु प्रकल्पों में 35.3 प्रतिशत जल संग्रहित है। लेकिन कोल्हापुरी बांध ग्रीष्मकाल के शुरुआत में ही दम तोड़ रहे हैं। घाटटेमनी कोल्हापुरी बांध में 0.00 प्रतिशत जल होने की जानकारी दी गई है। खेडेपार कोल्हापुरी बांध में मात्र 10.4 जल संग्रहित होने की जानकारी मध्यम, लघु सिंचाई विभाग द्वारा दी गयी है। जिले में फिलहाल पानी की किल्लत नहीं होने की बात भी सरकारी विभाग की ओर से बतायी जा रही है। जिले में इस वर्ष हुई 95 प्रतिशत बारिश को भी जलसंकट न होने का  कारण बताया जा रहा है।  


 

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