छात्रों का भविष्य अंधेरे में, शिक्षा विभाग सुस्त, सोमवार से स्कूल बंद का निर्णय
आक्रामक रुख छात्रों का भविष्य अंधेरे में, शिक्षा विभाग सुस्त, सोमवार से स्कूल बंद का निर्णय
डिजिटल डेस्क, अड़गांव बु. सरकार द्वारा ग्रामीण अंचल में हर छात्र को बढ़िया शिक्षा देने के लिए करोड़ो रुपये खर्च करती है। किंतु अधिकारी वर्ग सरकार के मुहिम को धता बताते दिख रहे है। पदाधिकारी तथा अधिकारी कोताही बरतने की वजह से अड़गांव बु. परिसर के छात्रों का शैक्षणिक भविष्य अंधकारमय होते दिख रहा है। जिससे अब नागरिकों ने सोमवार से स्कूल बंद करने का निर्णय लिया है। अडगांव बु. जिला परिषद शाला में विगत 13 वर्षों से कक्षा 9 वीं व 10 वीं को विज्ञान विषय पढ़ाने के लिए कोई शिक्षक नहीं है। 2020 में गणित पढ़ाने वाले शिक्षक के सेवानिवृत होने के बाद गणित विषय का पद रिक्त है। साथ ही मात्र एक शिक्षक कार्यरत है। कक्षा 9 वीं और कक्षा 10 वीं के लिए पिछले 2 साल से यही स्थिति है। कक्षा 11 वीं और कक्षा 12 वीं के लिए केवल एक शिक्षक कार्यरत है। पिछले 2 वर्षों से कक्षा 11 वीं और कक्षा 12 वीं के लिए भी यही स्थिति है। कोई शिक्षक उपलब्ध नहीं है इस कक्षा के लिए मराठी और इतिहास विषय पढ़ाने के लिए स्कूल प्रबंधन समिति ने पहले भी कई बार शिक्षा अधिकारी (प्राथमिक) जिला परिषद अकोला से मुलाकात कर शिक्षक के साथ-साथ मुख्य कार्यकारी अधिकारी से मांग की है।
शिक्षा अधिकारी (प्राथमिक) ने समस्या का हल करने का भरोसा दिलाया था। आखिर शिक्षक 4 दिन के भीतर देने का आश्वासन दिया गया, लेकिन अनुबंध शुरू होने के 6 माह बाद भी शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होने से अभिभावकों ऐसा लग रहा है के जिला प्रशासन के अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों में छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना चाहते हैं। आखिरकार प्रशासन की इस मनमानी से स्कूल प्रबंधन समिति और अभिभावक तंग आ गये हैं। शिक्षा अधिकारी प्राथ. कार्यालय को लिखित रूप से सूचित करने के बाद भी समस्या का हल नही होने से छात्रो के भविष्य बचाने हेतु स्कूल बन्द हड़ताल के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। सम्बधित कार्यालयद्वारा शिक्षकों की नियुक्ति के लिए कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाये जानेसे 19 दिसंबर 2022 से विद्यालय बंद रखने का निर्णय अभिभावकों द्वारा सर्वसम्मति से लिया गया है, ऐसी जानकारी अभिभावकों की ओर से दी हैद्ध । उपरोक्त विषय के अनुसार यहां पूर्णकालिन शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होने तक स्कूल में हड़ताल जारी रहेगी, ऐसी भी बताया गया है।
जिला परिषद अध्यक्ष व जिला शिक्षा अधिकारी से चर्चा कर आगामी सप्ताह में समस्या का समाधान कर दिया जाएगा। अभिभावकों की समस्या से जिप प्रशासन को अवगत कराया जाएगा।
श्रीमती माया नाईक शिक्षा सभापती जिप के
विलास वानखेड़े अध्यक्ष स्कूल प्रबंधन समिति के मुताबिक अड़गांव की जिप शाला की समस्या के बारे में कई बार जिप प्रशासन से मांग की गई। प्रधानाध्यापक को साथ लेकर जिप कार्याल्य के चक्कर काटे लेकिन अब तक उचित न्याय नहीं मिला है।
प्रमोदिनी गोपाल कोल्हे के मुताबिक विगत कुछ वर्षों से शिक्षकों की कमी के कारण प्रशासन से बार-बार की मांग के कारण छात्रों को शैक्षिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। मैं इस आंदोलन में अभिभावकों के साथ हूं।