15 फिट गहरे गड्डे की मिट्टी धसकने से चार मजदूर दबे- सुरक्षित निकाला

15 फिट गहरे गड्डे की मिट्टी धसकने से चार मजदूर दबे- सुरक्षित निकाला

Bhaskar Hindi
Update: 2018-03-08 11:57 GMT
15 फिट गहरे गड्डे की मिट्टी धसकने से चार मजदूर दबे- सुरक्षित निकाला

डिजिटल डेस्क  मंडला। जाको राखे साईयां, मार सके न कोय यह कहावत मंडला के डिंडौरी नाका के पास चरित्रार्थ होते देखी गई । यहां वींम के लिए खोदे गए बड़े गड्डे में मिट्टी धसकने से तीन महिला समेत चार मजदूर दब गए थे जिन्हें सुरक्षित निकाल लिया गया।  स्थानीय लोगों ने मिट्टी हटाकर चारों मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया सभी को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय मंडला में भर्ती किया गया। यहां इनका उपचार चल रहा है।
निर्माणाधीन मकान में हुई घटना
जानकारी के मुताबिक डिंडौरी नाका के पास एक मकान में निर्माण कार्य चल रहा है। यहां पिलर और वींम के लिए बड़े गडडे खोदे जा रहे थे। एक बड़े गड्डे में करीब आधा दर्जन मजदूर काम कर रहे थे। गड्डे की गहराई करीब 15 फिट हो गई थी। शाम करीब पौने चार बजे एक गड्डे की मिट्टी भरभराकर गिर गई। जिसमें चार मजदूर दब गए। यहां चीखपुकार मच गई। साथियों ने मदद के लिए आवाज लगाई। यहां स्थानीय लोगों का मजमा लग गया। कुछ स्थानीय युवाओं ने साहस दिखाया और गड्डे में कूद गए।
पहले हाथों से इतनी मिट्टी निकाली की चेहरे बाहर निकल आए। इसके बाद आसपास से कुदाली और फावड़ा मंगवाए। धीरे-धीरे मिट्टी हटाकर मनीष पिता पांचो सिंह उइके निवासी जिगरघटा, घुघरी, आरती परते बड़ी खैरी बर्राटोला निवासी को बाहर निकाला। इन्हें पास के मकान में लिटा दिया। इसके बाद फिर खुदाई चालू की। कौशल्या नरेती निवासी खम्हरिया को बाहर निकाला गया, फिर कौशल्या यादव निवासी स्वामीसीताराम वार्ड को सुरक्षित निकाला। इन्हें उपचार के लिए 108 की मदद से जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां उपचार चल रहा है।
देर से पहुंची नपा और पुलिस की टीम
घटना करीब पौने चार बजे की है यहां स्थानीय लोगों ने नगरपालिका और पुलिस को सूचना दी लेकिन पुलिस और नगरपालिका की टीम काफी देर बाद पहुंची। जब दो लोगों को बाहर निकाल लिया गया तब पुलिस ने आकर व्यवस्था बनवाई। नगरपालिका की टीम जेसीबी लेकर पहुंची लेकिन वहां की भौगोलिक स्थिति उस लायक नहीं थी। जिससे नपा की टीम से भी कोई सहायता नहीं मिल पाई।
स्थानीय युवकों ने दिखाया साहस
घटना के तुरंत बाद मदद के लिए आवाज मिलते ही यहां पास के बारात घर में शादी समारोह शािमल हुए रूपेश इसरानी और कुछ स्थानीय युवकों ने साहसी कार्य किया है। मिट्टी में दबे मजदूरों को बाहर निकालने के साथ उन मजदूरों को हिम्मत बंधाते रहे। निकालने के दौरान उन्हें कहते रहे कि कुछ नहीं होने दिया जाएगा। जिससे मिट्टी में दबे मजदूरों में हिम्मत बंधी रही। करीब आधा घंटे की मेहनत के बाद मजदूर सुरक्षित बाहर आ गए।
सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं
निर्माण कार्यो में हद दर्जे की लापरवाही बरती जा रही है। जहां निर्माण चल रहा है। वहां काली मिट्टी है। मजदूरों को बिना कोई सुरक्षा इंतजाम के यहां काम कराया जा रहा था। जिसके चलते यह हादसा हो गया। स्थानीय प्रशासन के द्वारा शहर में किये जा रहे निर्माण कार्यो की जांच नहीं की जा रही है। जिसके परिणामस्वरूप ऐसे हादसे हो रहे है। बुधवारी में मकान निर्माण के कारण पास का भवन भरभराकर गिर गया। लगातार हो रही घटनाओं के बाद भी प्रशासन नहीं चेत रहा है।

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