सोयाबीन के दाम में 600 रूपए की गिरावट
अकोला सोयाबीन के दाम में 600 रूपए की गिरावट
डिजिटल डेस्क, अकोला. विगत सप्ताह से सोयाबीन के दाम में उतार चढ़ाव दिखाई दे रहा है। शनिवार को कृषि उप उपज मंडी में सोयाबीन को 6000 हजार रूपए क्विंटल के दाम मिले थे किंतु एक सप्ताह में सोयाबीन के दाम में 500 से 600 रूपए की कटौती दर्ज की गई है। खरीफ मौसम में मूसलाधार बारिश तथा अतिवृष्टि के चलते किसानों की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई थी। जिन किसानों की फसल बच गई थी उन्होंने फसल को खेत से निकालकर वहीं रख दिया था। लेकिन वापसी की बारिश ने किसानों की रही सही उम्मीद पर भी पानी फेर दिया। सोयाबीन की फसल भीग जाने के कारण उसमें नमी आ गई थी वहीं कुछ सोयाबीन की फसल काली पड़ गई थी। इन फसल से कुछ विशेष दाम मिलने की उम्मीद किसानों को नहीं थी किंतु बाजार में सोयाबीन को उचित दाम मिलने के कारण किसान फसल को बाजार में लेकर पहुंचने लगे। एक समय स्थिति ऐसी बन गई कि बाजार में सोयाबीन की फसल रखने को जगह शेष नहीं रह गई थी। सोयाबीन फसल को नकद फसल के रूप में जाना जाता है। विगत सप्ताह तक उपज मंडी में उकृष्ठ सोयाबीन की फसल को 6 हजार से लेकर 6400 रूपए तक के दाम मिले थे। जिससे किसानों के चेहरे पर रौनक आ गए थी। लेकिन सोयाबीन की फसल के दाम में गिरावट आने के कारण यह फसल 5300 से लेकर 5460 रूपए तक पहुंच गए। विगत 8 दिनों में सोयाबीन की फसल में 400 से 600 रूपए की गिरावट दर्ज किया। विगत वर्ष सोयाबीन के स्तर को देखते हुए 11 हजार रूपए प्रतिक्विंटल के दाम मिले थे। जिससे इस वर्ष किसानों ने सोयाबीन फसल को प्राथमिकता देते हुए बुआई की थी। लेकिन बारिश ने किसानों को आर्थिक संकट में खड़ा कर दिया। बाजार में सोयाबीन के दाम में 600 रूपए कटौती के बावजूद बाजार में फसल को बेचने के लिए किसान ला रहे हैं। लेकिन कुछ किसानों ने सोयाबीन की फसल को बेचने की बजाए उसे संग्रहित करने का निर्णय लिया है। इस वर्ष सोयाबीन की फसल से हुए नुकसान के कारण किसानों को फसल की बुआई से लेकर उसे बाजार तक पहुंचाने की भी लागत निकलते हुए नहीं दिखाई दे रही है।