महाकौशल के पहले ट्रांसजेंडर को मिला पहचान प्रमाण पत्र, मिलेगा सरकारी योजनाओं का लाभ
महाकौशल के पहले ट्रांसजेंडर को मिला पहचान प्रमाण पत्र, मिलेगा सरकारी योजनाओं का लाभ
डिजिटल डेस्क मंडला। सुनीता जैसी और भी कई ट्रांसजेंडर उभय लिंगी जो वर्षों से मंडला जिले में रह रही है, लेकिन पहचान पत्र नहीं होने के चलते सामाजिक दूरी का दंश झेल रही है। जो अब तक शादी ब्याह और खुशी के मौके पर शगुन मांग कर अपना जीवन चला रहे हैं, ऐसे ट्रांसजेंडर किन्नरों को मुख्य धारा से जोड़कर समाज में उनके प्रति सोच बदलने की पहल सरकार ने शुरू कर दी है। यहां मंडला जिला कलेक्टर हर्षिका सिंह ने गत दिवस ट्रांसजेंडर का रजिस्ट्रेशन कर पहचान प्रमाण पत्र जारी किया। इस पहचान पत्र से सुनीता जैसे ट्रांसजेंडर को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ के साथ लोन तक मुहैया हो सकेंगा। जिससे वह आत्मनिर्भर बन सकें और समाज में अपना मुकाम हासिल कर सकें।
एक दर्जन है ट्रांसजेंडर-
मंडला जिले में कुल 12 किन्नर है जिसमें शहर में किन्नर रहते हैं, जबकि अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं, पहचान पत्र नहीं होने के कारण ये लोग किसी भी तरह की शासकीय सुविधाओं का लाभ नहीं ले पाते। समावेशी शिक्षा एपीसी केके उपाध्याय व एमआरसी इरफान शेख के द्वारा सर्वे किया। काउंसलिंग करनेे के बाद आवेदन कराया गया। पूरी छानबीन होने के बाद गत दिवस इन्हें ट्रांस जेंडर आईडेंटिटी कार्ड उपलब्ध कराया गया। इस पहल से प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान स्वास्थ्य योजना, सस्ते दामों पर राशन और मनरेगा में भी काम मिल सकेगा। यह स्वयं भी भारत सरकार व प्रदेश सरकार की आत्मनिर्भर बनने के लिए चलाई जा रही छोटी योजनाओं के तहत लोन की सुविधा ले सकेंगे।
दिव्यांगों की तरह मिलेगा योजनाओं का लाभ-
मंडला जिले किन्नर यानी थर्ड जेंडर सुनीता ने पहचान प्रमाण बनवाया है। एपीसी केके उपाध्याय ने बताया है कि महाकौशल क्षेत्र की पहली ट्रांसजेंडर है। जिलें में 12 किन्नर है। सुनीता का पहचान प्रमाण पत्र बन गया है जिसे दिव्यांगजनो की श्रेणी में रखा गया। उसे हर वे योजनाओ का लाभ मिलेंगा जो दिव्यांगो को दी जाती है। शेष जो जिले के घुघरी, नैनपुर,मंडला व बम्हनीबंजर में रह रही है। काउंसलिंग कर उन्हे भी पहचान पत्र दिए जाने की कार्रवाई की जा रही है।
ऑनलाइन कर सकते है आवेदन-
उभयलिंगी व्यक्ति अधिकारो का संरक्षण नियम 2019- 20 के तहत किन्नरों के लिए पहचान प्रमाण पत्र बनाए जाने व समाज में पहचान दिलाने नई शुरुआत हुई है इसके लिए केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय पोर्टल तैयार किया है जिसकी मदद से आसानी से पहचान पत्र बनवा सकते हैं मध्य प्रदेश के मंडला जिले में किन्नर को पहचान पत्र मिला है।