काट कर रखे धान को नुकसान पहुंचा रहे हाथी, किसानों और लोगों में दहशत
गोंदिया काट कर रखे धान को नुकसान पहुंचा रहे हाथी, किसानों और लोगों में दहशत
डिजिटल डेस्क, गोंदिया. गडचिरोली जिले के जंगलों से गोंदिया के वन क्षेत्र में अक्टूबर माह में जंगली हाथियों ने प्रवेश कर उत्पात मचा दिया था। जिसमें एक किसान की मृत्यु हो गई तो अनेक किसानों के खेतों में लगी फसलों को उजाड़ दिया गया। पिछले सप्ताह ही जंगली हाथियों का झुंड गडचिराेली की ओर रवाना हो गया था। लेकिन अचानक फिर से 23 जंगली हाथियों का झुंड नवेगांवबांध क्षेत्र में 19 नवंबर को लौट आया है। नवेगांवबांध क्षेत्र के सोनारकानोली ग्राम के किसानों के खेतों में जाकर कटी हुई फसलों को नष्ट कर दिया है। जंगली हाथियों के लौट आने से फिर से किसान एवं क्षेत्र के नागरिकों में दहशत निर्माण हो गई है। बता दें कि पिछले अक्टूबर माह से जंगली हाथियों का उत्पात गोंिदया जिले के अर्जुनी मोरगांव तहसील के अनेक ग्रामों में देखा जा रहा है। जंगली हाथियों ने नागनडोह बस्ती पर हमला कर दिया था। इस हमले में पूरी बस्ती ही उजाड़ गई। अभी भी वहां के आदिवासी नागरिक पड़ोसी गांवों में निवास कर रहे हंै। अक्टूबर माह में ही जंगली हाथियों ने गोठनगांव वन परिक्षेत्र में प्रवेश कर एक किसान को मौत के घाट उतार दिया था। खेती में लगी खरीफ फसलों को उजाड़ दिया गया है, जिससे किसानों को लाखों रुपयों का नुकसान पहुंचा है। पिछले सप्ताह ही हाथी लौटने की खुशखबरी दी गई थी, लेकिन फिर से नवेगांवबांध वन परिक्षेत्र में हाथी आने की खबर 19 नवंबर को मिली है। बताया गया है कि नवेगांवबांध क्षेत्र के सोनारकानोली ग्राम परिसर से सटी खेती में जंगली हाथियों ने प्रवेश कर धान की कटी हुई फसलों को नष्ट कर दिया है। जिससे किसान एवं क्षेत्र के नागरिकों में हाथियों की दहशत बनी हुई है।
सतर्कता बरते लोग
दादा राऊत, एसीएफ, नवेगांवबांध के मुताबिक नवेगांवबांध वन परिक्षेत्र के कवठा-कालीमाटी के जंगलों में 23 जंगली हाथियों का समूह देखा जा रहा है। 19 नवंबर को दो से तीन किसानों के खेतों में रखी धान की कटी हुई फसलों को हाथियों द्वारा नुकसान पहुंचाया गया है। वन विभाग की इन हाथियों पर पैनी नजर रखी जा रही है। वहीं क्षेत्रवासियों से आव्हान किया गया है कि हाथियों से सुरक्षित रहने के लिए सतर्कता बरते।