खिसका उड़ान पुल का क्रैश बैरियर, मजबूती की खुली पोल
हादसा खिसका उड़ान पुल का क्रैश बैरियर, मजबूती की खुली पोल
डिजिटल डेस्क, अकोला। शहरवासियों के लिए प्रतिष्ठित तथा ऊपर से आवागमन की आस लेकर फर्राटा वाहन दौड़ाने वाले सोमवार को उस समय मायूस हो गए जब मूर्तिजापुर मार्ग से सटे तथा पुल से सिर्फ उतरने के लिए बने संपर्क उड़ान पुल को पुलिस ने आवागमन के लिए बंद कर दिया। मामला पुल के ऊपर के क्रैश बैरियर (रेलिंग) के अपनी जगह से खिसकने का था। उड़ान पुल पर अचानक उठ खड़ी हुई इस समस्या के कारण नागरिक तरह तरह की अटकलें लगा रहे हैं। लेकिन समस्या के जड़ को तलाशें तो पता चलता है कि चार दिन पूर्व अशोक वाटिका चौक से मूर्तिजापुर रोड की ओर मुड़ने वाले रास्ते पर शहर को जलापूर्ति करने वाली मुख्य पाइप लाइन में लीकेज हो गया था। समय रहते इसकी मरम्मत न होने से सोमवार को लीकेज भीतर से बढ़ गया और पानी के दबाव के कारण समीप के उड़ान पुल की आर ई वाल के नीचे की मिट्टी तथा मुरम आदि पानी के साथ बह गया। जिससे उतनी जगह की आर ई वाल धंसने से पुल के ऊपर का क्रैश बैरियर भी धंस गया। उससे हो सकने वाली संभावित दुर्घटना को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने जिला प्रशासन के निर्देश पर इस ओर का आवागमन प्रतिबंधित कर दिया है।
इसलिए आयी समस्या : अकोला महानगर को महान से जलापूर्ति करने वाली मुख्य पाइप लाइन अशोक वाटिका चौक से शहर की ओर गई है। इस पाइप लाइन में अशोक वाटिका चौक समीप लीकेज हुआ। काफी पानी बहा। लेकिन महापालिका के जलप्रदाय विभाग ने इसे गंभीरता से लेकर तत्काल मरम्मत की आवश्यकता नहीं समझी। इसलिए 16 दिसम्बर से पूर्व हुए लीकेज ने सोमवार को अपना रौद्र रुप दिखाया। भारी प्रेशर के कारण पानी के दबाव ने समीप बने उड़ान पुल के आर ई वाल के नीचे की मिट्टी को बहाकर उसे खोखला कर दिया। जिससे जमीन का सपोर्ट न होने से ऊपर तक आर ई वाल नीचे धंस गई। फल स्वरूप उड़ान पुल के ऊपर बना क्रैश बैरियर (रैलिंग) खिसक गई। इस समस्या को देखकर स्थानीय प्रशासन ने पुलिस की सहायता से मूर्तिजापुर की ओर उतरने वाली ढलान को बंद कर दिया है।
माह का हुआ पुल {केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने अकोला शहर में उड़ान पुल को मंजूरी दी थी। उन्हीं के मार्गदर्शन में जंडू कन्स्ट्रक्शन कंपनी ने कोरोना संक्रमण काल के बावजूद पुल का निर्माण किया। विगत 28 मई को नितीन गडकरी ने ही इस उड़ान पुल का उद्घाटन किया था। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकार क्षेत्र में आने वाले इस उड़ान पुल को 200 करोड़ से अधिक की लागत आयी थी। अभी इस पुल को मात्र छ: माह हुए हैं। लेकिन उचित देखभाल के अभाव में इसकी यह स्थिति नागरिकों में भय पैदा कर रही है। लोगों से यह कहते सुना गया कि,यदि ऊपर की रैलिंग कहीं खिसक कर नीचे गिर पड़ती तो उस मार्ग से गुजरने वाला वाहन या पैदल यात्रियों का कचूमर निकल जाता। सौभाग्य से ऐसा नहीं हुआ। अब मरम्मत होने तक संभवत: यह मार्ग बंद रहेगा।