नकली थानेदार मांग रहा था 5 हजार की रिश्वत, पुलिस ने किया गिरफ्तार
नकली थानेदार मांग रहा था 5 हजार की रिश्वत, पुलिस ने किया गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क सतना। सिविल लाइन पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त कार को थाने से छोडऩे के नाम पर एक व्यक्ति से 5 हजार की वसूली करने वाले नकली थानेदार को असली हवालात दिखा दिया। उक्त जानकारी देते हुए टीआई एसएम उपाध्याय ने बताया कि पतौरा निवासी कमलेन्द्र सिंह की कार से 29 अक्टूबर की शाम को सर्किट हाउस चौक पर एक दुर्घटना हो गई थी, जिसकी सूचना मिलने पर कार को सिविल लाइन तिराहे के पास पकड़ कर थाने में खड़ा करा दिया गया और चालक को जमानत मुचलके पर छोड़ दिया गया। उक्त गाड़ी मालिक अगले दिन अपनी कार देखने के लिए थाने आया, जहां गेट के पास एक व्यक्ति से मुलाकात हो गई जिसने खुद को थानेदार बताते हुए 5 हजार का इंतजाम करने पर गाड़ी छुड़वा देने का झांसा दिया तो कमलेन्द्र उसकी बातों में आ गया और आधी रकम तुरंत दे दिया। शेष रकम का लेन-देन काम होने के बाद किए जाने पर दोनों लोग सहमत हो गए। मगर जब घंटों बाद भी गाड़ी नहीं छूटी और न कथित थानेदार नजर आया तो कार मालिक ने सिविल लाइन थाने जाकर टीआई को पूरी बात बताई, जिन्होंने ऐसा कोई पुलिसकर्मी अपने यहां नहीं होने का खुलासा कर जालसाज को पकडऩे की योजना बनाई।
ऐसे गिरफ्त में आया-
बातचीत में फर्जी थानेदार ने अपना मोबाइल नंबर कमलेन्द्र को दे दिया था। यह बात पता चलने पर सिविल लाइन टीआई ने कार मालिक से फोन करवाकर शेष रकम लेने के लिए शनिवार सुबह उसे चौपाटी के पास बुलवाया, जहां पहले से पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया गया था। जैसे ही फर्जी थानेदार वहां पहुंचा तो कमलेन्द्र के इशारे पर पुलिस ने उसे दबोच लिया और थाने ले गए। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम सुनील शुक्ला पुत्र रामभुवन शुक्ला 28 वर्ष निवासी प्रेमविहार कालोनी थाना सिटी कोतवाली बताया। तब कार मालिक की शिकायत पर धारा 170 और 420 का अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।