अकोला-अकोट रेल मार्ग पर आचारसंहिता का संकट, अपने स्तर पर निर्णय ले जिला प्रशासन
चुनाव विभाग अकोला-अकोट रेल मार्ग पर आचारसंहिता का संकट, अपने स्तर पर निर्णय ले जिला प्रशासन
डिजिटल डेस्क, अकोला। अकोट के लिए बहुप्रतिक्षित ट्रेन को संचालित करने में अब आदर्श आचारसंहिता का अड़ंगा आ गया है। जिले की 266 ग्राम पंचायतों में सदस्य का चयन करने के लिए होनेवाले चुनाव की आदर्श आचार संहिता लागू है। इसलिए चुनाव विभाग ने अकोट-अकोला नए रेल मार्ग के शुभारंभ पर आपत्ति जताते हुए जिला प्रशासन को भेजकर अपने स्तर पर निर्णय लेने की बात कही। दूसरी ओर विभागीय रेल प्रबंधक कार्यालय को भी इस आशय का पत्र भेजा गया है जिसके बाद उक्त विभाग में शुभारंभ को लेकर बैठकों को सिलसिला आरंभ हो गया है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बिना किसी प्रकार का उद्घाटन समारोह आयोजित कर ट्रेन शुरु करने पर भी चर्चा चल रही थी। किन्तु इस पर क्या निर्णय लिया जाता है? यह देखनेवाली बात होगी।
23 को होना था शुभारंभ
रेलवे प्रशासन की ओर से अकोला से अकोट ट्रेन 23 नवंबर को आरंभ करने पर अंतिम मुहर लग गई थी। जिसमें प्लेटफार्म क्रमांक 6 पर रेल मंत्री अश्विन वैष्णवी, प्रदेश के राज्य रेलवे मंत्री रावसाहब दानवे, उपमुख्यमंत्री तथा अकोला के पालकमंत्री देवेंद्र फडणवीस ट्रेन को हरी झंड़ी दिखाकर 8 डिब्बे की ट्रेन को रवाना करना नियोजित था । ऐसे में चुनाव विभाग की ओर से आपत्ति जताने से उद्घाटन खटाई में पड़ता नजर आ रहा है।
अब ट्रेन शुरु नहीं तो मुुहूर्त दिसम्बर के अंत का
अकोला से अकोट ट्रेन चलाने की प्रतीक्षा वर्षों से यात्री कर रहे थे। कई दिक्कतों को दूर करने के बाद रेलवे प्रशासन ने इस मार्ग को शुरु करने सर सहमति जताई थी। जिस कारण इस मार्ग को 23 नवम्बर से आम यात्रियों के लिए शुरु करने का नियोजन किया गया। इस बीच आदर्श आचारसंहिता को लेकर पत्र मिलने के बाद एक बार फिर ट्रेन को शुरु करने में खलल पैदा हो गया है। यदि यह रेल मार्ग 23 नवम्बर को शुरु नहीं हुआ तो दिसम्बर के अंत में ही शुरु हो पाएगा। क्योंकि जिले की 266 गामपंचायतों में रिक्त पदांे के लिए 18 दिसम्बर को सुबह 7.30 से शाम 5.30 तक मतदान करवाया जाएगा। जबकि मतगणना 20 दिसम्बर को होगी। इसके बाद ही आदर्श आचारसंहिता खत्म होगी और नए रेल मार्ग का शुभारंभ किया जा सकता है।