जागरूक माता-पिता, स्वस्थ बच्चे-अभियान अंतर्गत जिले में 176 दल कार्यरत
मुहिम जागरूक माता-पिता, स्वस्थ बच्चे-अभियान अंतर्गत जिले में 176 दल कार्यरत
डिजिटल डेस्क, अकोला. जिले में 'जागरूक माता-पिता-स्वस्थ बच्चे' अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में 0 से 18 वर्ष के स्कूली छात्रों की स्वास्थ्य जांच की जा रही है। 176 स्वास्थ्य टीमें 56 दिनों में जिले में 5 लाख 70 हजार 949 बच्चों के स्वास्थ्य की जांच करेंगी। इनमें 3 लाख 81 हजार बालक ग्रामीण क्षेत्र से हैं जिसमें से अब तक 1 लाख 19 हजार बालकों की स्वास्थ्य जांच की गई। यह अभियान दो माह तक चलाए जाने की जानकारी जिप के आरोग्य विभाग की ओर से दी गई है। यह अभियान जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में बच्चों की आवश्यकतानुसार स्वास्थ्य जांच, रेफरल सेवायें, प्रयोगशाला परीक्षण एवं उपचार एवं शल्य चिकित्सा कराने के लिये चलाया जा रहा है। स्वास्थ्य जांच के साथ-साथ उपचार, निवारक स्वास्थ्य सुविधाएं, परामर्श आदि सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। प्रथम स्तर पर चिकित्सा अधिकारी, औषधि अधिकारी, प्रयोगशाला तकनीशियन, एलएचवी, स्वास्थ्य सहायक के स्तर पर जांच होगी। आवश्यकता होने पर चिकित्सा अधीक्षक, बाल रोग विशेषज्ञ, चिकित्सक, स्त्री रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ, नेत्र रोग विशेषज्ञ के स्तर पर परीक्षा और उपचार होगा। दूसरे स्तर पर सर्जन, नेत्र रोग अधिकारी, दंत चिकित्सक होंगे अगले चरण में जरूरत पड़ने पर बच्चे को रेफरल सेवाएं, उच्च स्तरीय उपचार और सर्जरी आदि सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।
अभियान के कार्यान्वयन के लिए 56 दिनों की अवधि है। इसके लिए 19 राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, 125 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों, 12 नागरिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा 20 स्वास्थ्य उपकेन्द्रों की कुल 176 टीमों का गठन किया गया है। ये निरीक्षण कुल 3608 स्कूलों और संस्थानों जैसे कि शासकीय आंगनवाड़ी, बालवाड़ी, निजी नर्सरियों, शालाएं, शालाबाह्य छात्र, विकलांगों के लिए स्कूलों में किया जाएगा। इसमें कुल 5 लाख 70 हजार 949 विद्यार्थियों के स्वास्थ्य परीक्षण की योजना है। प्रत्येक टीम का लक्ष्य एक दिन में कम से कम 150 बच्चों के स्वास्थ्य की जांच करना है। इन सभी टीमों के साथ आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भी शामिल होंगी। ग्रामीण क्षेत्र में 3.81 लाख बालकों में से अब तक 1 लाख 19 हजार बालकों की स्वास्थ्य जांच की जा चुकी है। शेष दिनों में यह लक्ष्य को पूरा करने के लिए आरोग्य की ओर से योजनाएं बनाए जाने की जानकारी दी गई है।