शिक्षा मंच का जिला प्राध्यापक सम्मेलन
अकोला शिक्षा मंच का जिला प्राध्यापक सम्मेलन
डिजिटल डेस्क, अकोला। संत गाड़गेबाबा अमरावती विद्यापीठ शिक्षण मंडल अकोला जिला कार्यकारिणी द्वारा जिले के वरिष्ठ महाविद्यालय के प्राध्यापकों का सम्मेलन व भविष्यवेधी सिंहावलोकन कार्यक्रम लरातो महाविद्यालय में उत्सव से संपन्न हुए। उच्च शिक्षा क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव होने के उद्देश्य से आयोजित इस सम्मेलन में जिले के प्राध्यापकों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही। इस कार्यक्रम केअध्यक्ष स्थान पर पूर्व कुलगुरु व उच्च शिक्षा विभाग के पूर्व संचालक डा.के.राम कुलकर्णी, उद्घाटक बिजीई के अध्यक्ष एड.मोतीसिंह मोहता की उपस्थिति रही। कार्यक्रम में मान्यवरों ने छात्र, प्राध्यापक और संस्था चालकों को विविध विषयों पर प्रकाश डाला व शिक्षा मंच के कार्य की सराहना की। मंच पर प्रमुख अतिथि के रुप में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ प्रांत तथा संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ शिक्षण मंच के प्रा.प्रदीप खेडकर और सचिव शिक्षण प्रसारक मंडल अकोला के गोपाल खंडेलवाल उपस्थित थे। कार्यक्रम में गजानन महाराज शिक्षण संस्था अध्यक्ष ओमप्रकाश दालू, इंडियन सोशल और सिरर्च फाउंडेशन के अध्यक्ष डा.धैर्यवर्धन पुंडकर और लरातो महाविद्यालय के प्राचार्य डा.श्रीप्रभू चापके उपस्थित थे। गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ शिक्षण मंच ने प्रा. प्रदीप खेडकर के कुशल नेतृत्व की सराहना की। कार्यक्रम का प्रारम्भ मान्यवरों के हाथों दीप प्रज्ज्वलन व संत गाड़गेबाबा व माता सरस्वती की प्रतीमा के पुजन से हुई। कार्यक्रम का प्रास्ताविक डा.अनूप शर्मा ने कर मंच के कार्य की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन प्रा.नाना विट्ठल भडके ने किया और आभार प्रदर्शन डा.श्रीकृष्ण काकडे ने किया।
दूसरे सत्र के अध्यक्ष स्थान पर प्रा.डा.नंदकिशोर ठाकरे ने छात्र व प्राध्यापक, प्राचार्य को शिक्षा मंच के जरिए विविध समस्याओं पर मार्ग निकालने की बात कही। डा.सुनील आखरे ने शिक्षा मंच के कार्य का जायजा लिया। डा.दिनेश मतांगे ने अमरावती विद्यापीठ की प्रगति में शिक्षा मंच के योगदान की जानकारी दी। डा.प्रफुल्ल गवई ने छात्र व प्राध्यापकों की विविध समस्यओं का निराकरण करने का प्रयास किया। डा.ममता इंगोले ने महिला प्राध्यापकों के सवालों को सामने रखकर महिला सक्षमिकरण पर जोर दिया। प्राचार्य चापके ने विविध विद्यापीठ के कानून बताए। इस अवसर पर प्राचार्य डा.मधुकर पवार, प्राचार्य डा.जयंत बोबडे, प्राचार्य डा.नानोटी ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालनव प्रास्ताविक डा.विद्या ध्रुर्व ने किया और आभार प्रदर्शन डा.सुवर्णा डाखोरे ने किया।