पोषण पुनर्वास केंद्र से गायब था एक बच्चा, कमिश्नर के निरीक्षण में खुली पोल
पोषण पुनर्वास केंद्र से गायब था एक बच्चा, कमिश्नर के निरीक्षण में खुली पोल
डिजिटल डेस्क, शहडोल। जिला चिकित्सालय स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) से एक बच्चा गायब था और यहां के स्टाफ को इसकी जानकारी ही नहीं थी। इसी तरह हॉस्पिटल में जगह-जगह गंदगी फैली हुई थी और वार्डों में पेयजल की समुचित व्यवस्था तक नहीं थी। संभागायुक्त शोभित जैन ने जिला चिकित्सालय में फैली अव्यवस्थाओं पर कड़ी नाराजगी जताई है। साथ ही बड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं। संभागायुक्त शोभित जैन जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। सुबह करीब 10 बजे पहुंचे कमिश्नर यहां दो घंटे से अधिक समय तक रहे। इस दौरान उन्होंने हॉस्पिटल के विभिन्न वार्डों, एनआरसी, एसएनसीयू, मेडिकल वार्ड, सर्जिकल वार्ड सहित आदि को देखा। एनआरसी में कमिश्नर ने जब रजिस्टर में दर्ज एक बच्चे का वजन करने के लिए कहा तो स्टाफ में अफरा-तफरी मच गई। आकाश सिंह नाम का बच्चा वहां नहीं मिला और स्टाफ को इसकी जानकारी तक नहीं थी। बाद में कहा गया कि बिना बताए ही परिजन उसे लेकर चले गए हैं। यहां संधारित पंजियों में भी काफी गड़बड़ी मिली है। कमिश्नर ने एनआरसी में कार्यरत सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियो को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
एक दर्जन डॉक्टर गायब थे
कमिश्नर के निरीक्षण के दौरान करीब एक दर्जन डॉक्टर हॉस्पिटल से नदारद मिले। कमिश्नर से इस पर भी नाराजगी जताई है। ड्यूटी से बिना बताए गायब रहने वाले डॉक्टरों को भी नोटिस जारी हो सकते हैं। गौरतलब है कि इससे पहले भी दो बार हुए निरीक्षण में कई डॉक्टर गायब मिले थे। तत्कालीन कमिश्नर जेके जैन ने करीब एक दर्जन डॉक्टरों के वेतन काटने और दो डॉक्टरों को एक दिन के लिए डाइजनॉन करने की कार्रवाई की थी। शनिवार को संभागायुक्त नेे सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि रोस्टर के अनुसार चिकित्सक एवं स्टॉफ हॉस्पिटल में उपस्थित होकर मरीजों की जांच एवं उपचार करना सुनिश्चित करें।
कहीं नहीं मिली सफाई
निरीक्षण के दौरान जिला चिकित्सालय के वार्डों में गंदगी पाई गई वहीं शौचालय भी काफी गंदे थे। कुछ टॉयलेट के तो गेट भी टूटे हुए थे। इस पर कमिश्नर ने कड़ी नराजगी जताई तथा मौके पर उपस्थित सिविल सर्जन डॉ. उमेश नामदेव नामदेव को चिकित्सालय के सभी वार्डों में साफ-सफाई रखने के निर्देश दिए। उन्होंने वार्डों में भर्ती मरीजों को मिल रहे उपचार, भोजन आदि की जानकारी प्राप्त की। कमिश्नर ने सभी वार्डों में मरीजों को शीतल पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित कराने को भी कहा। निरीक्षण के दौरान संयुक्त कमिश्नर विकास जेके जैन भी मौजूद थे।
धूल खा रहे थे इंजीनियरिंग कॉलेज में रखे कंप्यूटर
कमिश्नर शहडोल संभाग शोभित जैन ने शनिवार को ही इंजीनियरिंग कॉलेज शहडोल का भी आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने कॉलेज के लिए आए कम्प्यूटर सिस्टम को मनमाने तौर पर खुले में रखने पर कड़ी नाराजगी जताई। खुले में रखा होने के कारण कंप्यूटर में धूल की परत जम गई थी। इसी तरह इंजीनियरिंग कॉलेज की लाइब्रेरी के लिए आई किताबों को भी इंजीनियरिंग कॉलेज की बिल्डिंग में ही रखा गया था। जबकि इंजीनियरिंग की कक्षाएं अभी पॉलीटेक्निक कॉलेज में चलती हैं। कमिश्नर ने प्राचार्य इंजीनियरिंग कॉलेज को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।