वन क्षेत्र के 64 सागौन के पेड़ काटे, कार्रवाई कुछ नहीं
अकोला वन क्षेत्र के 64 सागौन के पेड़ काटे, कार्रवाई कुछ नहीं
डिजिटल डेस्क, अकोला। ग्राम पंचायत पहाड़सिंगी के उपसरपंच उत्तम खुले तथा सेवानिवृत्त वनपरिक्षेत्र अधिकारी केडी श्रीवास ने प्रधानमुख्य वन संरक्षक को शिकायतपत्र भेजकर अकोला वनपरिक्षेत्र आलेगांव अंतर्गत नवेगांव के दो अलग अलग खेतों से सागौन के बेशकीमती पेड़ काट दिए गए थे। इस पेड़ कटाई में जंगल के 64 सागौन के पेड़ काटे गए। इस पूरी प्रक्रिया की जानकारी संबंधितों को देने के बाद भी वन विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। पिछले 9 माह से 2 किसानों के खेत से सागौन के पेड़ काटने का मामला उठाया गया था। इन किसानों ने फर्जी जांच शीट तैयार कर अतिक्रमित 4 एकड़ क्षेत्र की संरक्षित जंगल के 59 सागौन के पेड़ काटे, जानकारी के अनुसार फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 72 सागौन के पेड़ काटने की अनुमति दी गई थी। इन खेतों का नापजोख 2010 में दिखाया गया। जबकि 2021 में वन सर्वेअर की रिपोर्ट ली गई। शिकायत में यह भी कहा गया कि सहायक वनसंरक्षक तथा उड़न दस्ते की ओर से पेड़ काटने की अनुमति दी गई थी। जबकि इन क्षेत्रों की किसी भी तरह की शासकीय नापजोख नहीं की गई। तथा बिना नापजोख मालपासिंग की गई। शिकायत के बाद मामले की जांच उसी श्रेणी के अधिकारी से करवाई गई जो उचित नहीं है। क्योंकि मौका मुआएना करने पर सागौन के 16 पेड़ों के पासिंग हैमर मिटे हुए पाए गए थे । शिकायतकर्ताओं ने पूरे मामले में उपवनसंरक्षक की भूमिका पर संदेह जताया है। लिहाजा संबंधितों पर कार्रवाई की जाए अन्यथा बुधवार 22 दिसम्बर से जिलाधिकारी कार्यालय के सामने बेमियादी अनशन की चेतावनी शिकायतकर्ताओं ने दी गई है। इस संदर्भ में संबंधित से संपर्क का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क नहीं हो पाया ।
कार्रवाई न होने पर की शिकायत
के.डी श्रीवास, सेवानिवृत्त वनपरिक्षेत्र अधिकारी के मुताबिक सागौन पेड़ कटाई के मामले में मैने जांच कर इसका ब्योरा उपर भेज दिया था। मैं सेवानिवृत्त भी हो गया किन्तु संबंधितों पर कार्रवाई नहीं हुई। यह कार्रवाई क्यों नहीं हुई? यह समझ से परे है। इसलिए मैंने सागौन पेड़ की अवैध रुप से कटाई की शिकायत प्रधानमुख्य वन संरक्षक से की है। यदि वे भी इसे गंभीरता से नहीं लेंगे तो हम 22 से आंदोलन आरंभ कर देंगे।