18 गांवों में 341 जानवर लम्पी त्वचारोग से हैं ग्रसित
अकोला 18 गांवों में 341 जानवर लम्पी त्वचारोग से हैं ग्रसित
डिजिटल डेस्क, अकोला. जिले में 18 गांवों में 341 जानवरों में लम्पी त्वचा रोग बीमारी पाई गई है। इस दरमियान पशुसंवर्धन यंत्रणा की ओर से पशुपालकों को सजग रहने का आवाहन किया गया है। प्रभावित क्षेत्रों में जानवरों की संख्या 22 हजार 291 है। जबकि जिले में 35 हजार वैक्सीन का स्टॉक उपलब्ध होने की जानकारी जिला पशुसंवर्धन उपायुक्त डा जगदीश बुकतरे की ओर से दी गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पशुओं के शरीर का कोई भी हिस्सा अचानक सूजन हो सकता है। जो प्रायः शरीर के सामने पैर से शुरुआत होता है। पशुओं को तेज बुखार एवं सर्दी भी हो सकती है। पशुओं के शरीर में गोल गोल छल्ले नुमा घाव भी दिखाई देने लगते है। घाव में पानी छूटते रहता है, जिससे घाव जल्दी सूख नहीं पाता है। इस संक्रामक बीमारी में पशुओं को तकलीफ होती है।
जिलाधिकारी नीमा अरोरा ने निपाना गांव को प्रत्यक्ष भेंट देकर जानवरों का मुआएना किया। इस बीमारी का प्रसार अन्य जानवरों में जिले में अन्य जगहों पर हो सकता है। इसे देखते हुए संक्रमण केंद्र से 10 किमी बाधित क्षेत्र घोषित करने के आदेश जिलाधिकारी नीमा अरोरा की ओर से दिए गए हैं। बाधित क्षेत्र के जानवरों शेडों का निर्जंतुकीकरण कर 10 किमी परिसर में जानवर खरीदी, बिक्री, यातायात, बाजार व प्रदश्रन आयोजित करने पर प्रतिबंध लगाया गया है। जिला पशुसंवर्धन विभाग ने प्रादुर्भाव क्षेत्र के 5 किमी परिसर में जनवरों को गोट पॉक्स वैक्सीनेशन कराने के निर्देश भी दिए गए हैं।
इस संदर्भ में पशुसंवर्धन विभाग की ओर से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले मे अकोला तहसील के ग्राम निपाना, अकोट व तेल्हारा तहसील के जानवरों में यह बीमारी पाई है। 18 गांवों में 341 जानवरों में यह बीमारी पाई गई है। ऐसे बाधित जानवर मिलने पर 5 किमी परिसर के प्रभावित क्षेत्र में 57 गांव आते हैं। ऐसे गांवों में 22 हजार 291 जानवर है। फिलहाल की स्थिति में जिले में 35 हजार वैक्सीन का स्टाक उपलब्ध है। अब तक 4 हजार 939 जानवरों का वैक्सीनेशन पूरा हो चुका है। 141 जानवर इलाज के बाद ठीक हुए हैं।