जबलपुर: रोड से हटें अतिक्रमण, चलने के लिए मिले खुली सड़क तभी व्यवस्थित दिखेंगे चौराहे

  • बिरसा मुण्डा चौक, दर्शन सिंह तिराहा एवं घमापुर चौराहा के आसपास के नागरिकों ने कहा- विधिवत प्लान बनाकर काम करें अफसर
  • दुकानों में खरीददारी के लिए आने वाले लोग जहाँ-तहाँ वाहन खड़े करके चले जाते हैं।
  • चौराहों पर व्याप्त समस्याओं को देखते हुए नगर निगम के जिम्मेदारों को उचित रणनीति बनानी चाहिए।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-14 11:03 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहर में स्थित तिराहों व चौराहों को विकसित करने के लिए नगर निगम योजना बनाता है। इसमें करोड़ों की राशि स्वाहा कर दी जाती है। इसके बावजूद इन चौराहों के हालात जस के तस बने रहते हैं। चौराहों पर क्षेत्रीय नागरिकों को होने वाली परेशानियाँ भी कम नहीं होती हैं।

इस मुद्दे पर जब बिरसा मुण्डा तिराहा (अधारताल), दर्शन सिंह तिराहा (रांझी) एवं घमापुर चौक के आसपास रहने वाले लोगों से बातचीत की गई, तो उन्होंने बेबाकी से अपनी बात रखी। लोगों का कहना था कि मेनरोड पर जहाँ-तहाँ काबिज हाथ-ठेलों को हटाकर हॉकर्स जोन में शिफ्ट किया जाना चाहिए।

लेफ्ट टर्न के आसपास खड़े होने वाले चार-पहिया वाहनों को कड़ाई से अलग किया जाना चाहिए। जब तक ऐसा नहीं किया जाता तब तक किसी भी चौराहे को सँवारने की बात औपचारिकता ही कही जाएगी।

क्षेत्रीयजनों पवन कुमार, चक्रेश जायसवाल, प्रमोद त्रिपाठी एवं हल्केराम रजक से जब बात की गई तब उनका कहना था कि बिरसा मुण्डा तिराहा के नजदीक स्थित अधारताल सब्जी मार्केट के बाहर दिन-भर दर्जनों हाथ-ठेले हमेशा खड़े रहते हैं।

इसके अलावा पक्की दुकानों के संचालकों द्वारा भी प्रतिष्ठानों के सामने प्रतिदिन रुपए लेकर हाथ-ठेलों को खड़ा करवाया जाता है। इस स्थिति में अंदरूनी मार्केट में न जाकर खरीददार इन्हीं हाथ-ठेलों से सब्जी एवं फल खरीदने के लिए आते हैं। बाद में इन्हीं हाथ-ठेलों के आसपास वाहन खड़े कर वे आगे तक चले जाते हैं।

क्षेत्रीय नागरिक राकेश सोनकर, बबलू जाट, हेमेन्द्र कोष्टा एवं दिलीप कुशवाहा का कहना था कि घमापुर चौक पर सबसे बड़ी समस्या यहाँ की अनियंत्रित ट्रैफिक व्यवस्था है। उनके अनुसार कुछ समय पहले ट्रैफिक सिग्नल लगवाने के बावजूद यहाँ कोई खास लाभ नहीं हुआ है।

आम लोग मनमुताबिक ही अपने वाहनों को कहीं से भी दौड़ाकर निकाल लेते हैं। इसके अलावा चौक के चारों ओर स्थित दुकानों की सामग्री बाहर रखी होने और सवारी ऑटो के चारों ओर खड़े होने से भी कई तरह की समस्याएँ सामने आ रही हैं।

यहाँ रहने वाले एसके श्रीवास्तव, विनीत राठौर, दीपेश गौतम एवं कृष्णा ठाकुर आदि ने बताया कि दर्शन सिंह तिराहा रांझी क्षेत्र का एक प्रमुख तिराहा है। लेकिन इसके चाराें ओर दिन-भर खड़े हाेने वाले सवारी ऑटो, ई-रिक्शा एवं आदर्श मार्केट के सामने अवैध रूप से लगने वाला सब्जी बाजार यहाँ के आवागमन एवं स्वरूप को बुरी तरह से चौपट कर रहा है।

इतना ही नहीं दुकानों में खरीददारी के लिए आने वाले लोग जहाँ-तहाँ वाहन खड़े करके चले जाते हैं। इससे रोजाना अनेक बार जाम लगने और जब-तब सड़क हादसे होने की स्थितियाँ भी निर्मित होने लगती हैं।

नगर निगम के जिम्मेदार बनाएँ ठोस रणनीति

नागरिकों का कहना है कि चौराहों पर व्याप्त समस्याओं को देखते हुए नगर निगम के जिम्मेदारों को उचित रणनीति बनानी चाहिए। यदि ऐसा किया जाता है तभी चौराहों को विकसित कर उनका ठीक तरह से सौंदर्यीकरण किया जा सकेगा। इससे न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि आम लोगों को भी इन प्रयासों का समुचित लाभ मिल पाएगा।

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