जबलपुर: अचानक हड़ताल पर 1200 कर्मचारी, व्यवस्था तहस-नहस

  • डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन: नहीं पहुँची कचरा गाड़ी, परेशान रहे नागरिक, नगर निगम ने ठेका कंपनी को दिया नोटिस
  • नगर निगम ने वर्ष 2016 में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन का काम एस्सल कंपनी को दिया था।
  • कचरा कलेक्शन की गाड़ियों के ड्राइवरों और हेल्परों के वेतन भुगतान की जिम्मेदारी ठेका कंपनी की है।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-04 13:56 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहर में बुधवार को अचानक डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन करने वाले लगभग 1200 कर्मचारी हड़ताल पर चले गए। कर्मचारियों का कहना था कि उन्हें दो महीने से वेतन नहीं मिल रहा है।

कर्मचारियों ने गुरुवार को भी हड़ताल पर रहने की घोषणा की है। इससे घरों में कचरा एकत्रित हो गया। वहीं नगर निगम ने ठेका कंपनी को नोटिस जारी कर कहा है कि जल्द ही कचरा उठाने का काम शुरू नहीं किया तो अनुबंध निरस्त कर दिया जाएगा।

बुधवार सुबह लोग कचरा डालने के लिए डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन की गाड़ियों का इंतजार करते रहे, लेकिन जब दोपहर 12 बजे तक गाड़ियाँ नहीं पहुँचीं तो लोगों ने नगर निगम में फोन लगाना शुरू किया। इसके बाद जाकर पता चला कि डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन करने वाले कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी है।

इसके कारण शहर में जगह-जगह कचरे के ढेर लग गए। वहीं दूसरी तरफ नगर निगम की ओर से बुधवार को 200 कचरा गाड़ियाँ निकालने का दावा किया गया, लेकिन नगर निगम की कचरा गाड़ियाँ नजर नहीं आईं।

इसके कारण लोग परेशान होते रहे। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें दो महीने से वेतन का भुगतान नहीं हुआ है। इससे घर चलाना मुश्किल हो रहा है।

एस्सल कंपनी ने पेटी कॉन्ट्रेक्टर को दे दिया काम

जानकारों ने बताया कि नगर निगम ने वर्ष 2016 में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन का काम एस्सल कंपनी को दिया था। दो साल पहले एस्सल कंपनी ने पेटी कॉन्ट्रेक्टर पुष्पेन्द्र यादव को कचरा कलेक्शन का काम दे दिया है। इसके बाद से कचरा कलेक्शन में लापरवाही होने लगी। नगर निगम की ओर से पेटी कॉन्ट्रेक्टर को कई नोटिस दिए जा चुके हैं, लेकिन कार्यप्रणाली में सुधार नहीं आया।

ठेका कंपनी कर रही ब्लैकमेल, हम उठाएँगे कचरा : निगमायुक्त

निगमायुक्त प्रीति यादव का कहना है कि एग्रीमेंट की शर्त में स्पष्ट तौर पर लिखा है कि ठेका कंपनी के पास कर्मचारियों के वेतन भुगतान के लिए चार से पाँच महीने का बैकअप होना चाहिए। कचरा कलेक्शन की गाड़ियों के ड्राइवरों और हेल्परों के वेतन भुगतान की जिम्मेदारी ठेका कंपनी की है।

नगर निगम की ओर से केवल एक महीने का भुगतान नहीं किया गया है। नगर निगम को ब्लैकमेल करने के लिए ठेका कंपनी द्वारा कर्मचारियों से हड़ताल कराई जा रही है। ठेका कंपनी एस्सल को नोटिस जारी कर चेतावनी दी गई है कि यदि जल्द ही कचरा उठाने का काम शुरू नहीं किया गया, तो अनुबंध समाप्त कर दिया जाएगा।

इसके साथ ही नगर निगम ने घर-घर से कचरा कलेक्शन के लिए तैयारी पूरी कर ली है। बुधवार को नगर निगम की 200 गाड़ियों ने दो शिफ्ट में कचरा उठाया। गुरुवार से गाड़ियों की संख्या और बढ़ाई जाएगी। एक से दो दिन में शहर में कचरा कलेक्शन की व्यवस्था सामान्य हो जाएगी।

कचरा कलेक्शन में सत्ता पक्ष फेल, आज करेंगे प्रदर्शन

नेता प्रतिपक्ष अमरीश मिश्रा, पार्षद अयोध्या तिवारी और संतोष पंडा ने कहा है कि सत्ता पक्ष कचरा कलेक्शन में फेल गया है। दो महीने से वेतन नहीं मिलने से कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं।

कर्मचारियों ने इससे पहले कई बार निगम प्रशासन को अपनी परेशानी बताई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई और न ही कोई ऐसे प्रयास किए गए जिससे उन्हें वेतन प्राप्त हो सके। गुरुवार सुबह 10 बजे कांग्रेस पार्षद नगर निगम में प्रदर्शन करेंगे।

हड़ताल को समाप्त कराने के लिए सत्ता पक्ष का कोई भी जनप्रतिनिधि सामने नहीं आया। कांग्रेस पार्षदों ने कर्मचारियों से बातचीत कर हड़ताल को समाप्त कराने का प्रयास किया। इस दौरान नागरिकों को होने वाली परेशानी के बारे में भी कर्मचारियों को जानकारी दी।

कचरा कलेक्शन का काम अति आवश्यक सेवा

नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी संदीप जायसवाल का कहना है कि कचरा कलेक्शन अति आवश्यक सेवा के अंतर्गत आता है। बिना पूर्व सूचना दिए अचानक हड़ताल पर जाना अवैध और जनहित के खिलाफ है। इस प्रकार का कृत्य कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। निगम ने कचरा संग्रहण के लिए हरसंभव तैयारी कर ली है। प्रशासनिक तौर पर इस तरह के प्रयास किए जा रहे हैं जिससे नागरिकों को परेशानी का सामना न करना पड़े।

Tags:    

Similar News