गोंदिया: 70 मचानों से होगी नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प में वन्यजीवों की गिनती
- 23 से होने वाली गणना में शामिल होने 350 लोगों के आए थे आवेदन
- 160 की सूची बनाई, शामिल 140 ही होंगे
- 22 मई को शाम 3 बजे से ही शाॅर्ट लिस्ट किए गए व्यक्ति अपने-अपने मचानों पर पहुंचकर मोर्चा संभाल लेंगे
डिजिटल डेस्क, गोंदिया. बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर 23 मई को नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प में वन्यजीव गणना की जाएगी। इस गणना के लिए वन्यजीव विभाग की ओर से सभी तैयारियां लगभग पुरी कर ली गई है। गणना में वन्यजीव प्रेमी आम नागरिकों के अलावा विभिन्न प्रकृति प्रेमी संगठन के सदस्य भी शामिल होंगे। प्राप्त जानकारी के अनुसार वन्यजीव विभाग ने गणना में शामिल होने के इच्छुक व्यक्तियों से 1 मई से ही ऑनलाइन आवेदन मंगाने शुरू कर दिए थे। जिसके तहत कुल 350 आवेदन प्राप्त हुए। चूंकि गणना के लिए व्याघ्र प्रकल्प क्षेत्र में कुल 70 मचान बनाए गए है। जिस पर बैठकर केवल 140 व्यक्ति ही इस गणना में भाग ले सकेंगे। बड़ी संख्या में आए आवेदनों में से 160 व्यक्तियों की अंतिम लिस्ट विभाग द्वारा बनाई गई है और संबंधितों को इसकी जानकारी भी दे दी गई है।
वन्यजीव विभाग के सुत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस गणना में शामिल होने के इच्छुक व्यक्तियों से प्रति व्यक्ति 2 हजार रूपए शुल्क लिया जा रहा है। जिसके बदले गणना के दौरान उन्हें नाश्ता, भोजन एवं टी-शर्ट उपलब्ध कराई जाएगी। 22 मई को दोपहर 3 बजे से ही शाॅर्ट लिस्ट किए गए व्यक्ति अपने-अपने मचानों पर पहुंचकर मोर्चा संभाल लेंगे। रात्रि के समय चंद्रमा के प्रकाश में व्याघ्र प्रकल्प में मुक्त संचार कर रहे विविध वन्यजीवों की गणना कर उनका पंजीयन करेंगे। यह एक रोमांचिक कर देने वाला क्षण होता है। जिसका साक्षीदार बनने के लिए शुल्क देकर भी बड़ी संख्या में प्रकृति इसमें शामिल होने की इच्छा के चलते आवेदन कर यहां पहुंचते है।
70 मचानों के लिए 140 चयन किए गए व्यक्तियों में से यदि कोई समय पर नहीं आ सका तो उसके स्थान पर प्रतिक्षा सूची में शामिल व्यक्तियों को मौका दिए जाने की बात भी वन्यजीव विभाग के अधिकारियों ने बताई। गणना में शामिल होने के इच्छुक चयन किए गए व्यक्तियों से 22 मई को दोपहर 12 बजे से ही उन्हें बताए गए स्थान पर पहुंचने के लिए कहा गया है। गौरतलब है कि देश में प्रमुख अभयारण्यों एवं व्याघ्र संरक्षित क्षेत्रों में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर चांदनी रात में वन्यजीव गणना प्रतिवर्ष की जाती है। जिसके लिए प्रकृति प्रेमी वर्षभर इंतजार करते रहते है। इस वर्ष यह गणना 22 मई से शुरू होकर 23 मई को समाप्त होगी। गणना के आकडे मिलने के बाद ही इस व्याघ्र प्रकल्प में कौनसी-कौनसी प्रजाती के कितने वन्यप्राणी है इसकी सही जानकारी मिल सकेगी।