महोत्सव: कचारगढ़ में कल से उमड़ेगा श्रद्धालुओं का सैलाब, प्रतिवर्ष माघ पूर्णिमा का आयोजन
- कचारगढ़ गुफा में प्रतिवर्ष माघ पूर्णिमा का आयोजन
- अवसर पर पांच दिवसीय कोयापुनेम महोत्सव
डिजिटल डेस्क, गोंदिया. आदिवासी गोंड समाज के प्रसिद्ध तीर्थस्थल सालेकसा तहसील में स्थित कचारगढ़ गुफा में प्रतिवर्ष माघ पूर्णिमा के अवसर पर पांच दिवसीय कोयापुनेम महोत्सव का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष यह आयोजन 22 फरवरी से शुरू हो रहा है। इस दौरान देश के विभिन्न हिस्सों से आदिवासी समाज के लोग अपने आराध्य के दर्शन एवं पूजा-अर्चन करने के लिए कचारगढ़ पहुंचते हैं। कचारगढ़ को एशिया महाद्विप की सबसे बड़ी प्राकृतिक गुफा माना जाता है। कचारगढ़ यात्रा की शुरुआत वर्ष 1984 से तत्कालीन आदिवासी विकास मंत्री शिवाजीराव मोघे, गोंडी धर्माचार्य मोतीरावण कंगाली, गोंड राजा वासुदेवशाह टेकाम, के.बी. मरस्कोल्हे, शंकरलाल मडावी एवं स्थानीय ठेंगरीलाल टेकाम की पहल पर हुई थी। आज के समय में इस पांच दिवसीय यात्रा के दौरान लगभग 5 लाख श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं। इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने पर बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराना, कानून व्यवस्था बनाए रखना, यातायात सुचारू रखना जैसे कार्य पूरा करना प्रशासन के लिए भी किसी चुनौती से कम नहीं होता। इसीलिए यात्रा शुरू होने से पूर्व प्रशासन युद्धस्तर पर अपनी तैयारियों में जुट जाता है। यह क्षेत्र दुर्गम आदिवासी बहुल एवं नक्सल प्रभावित होने के कारण सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखना पुलिस प्रशासन के लिए भी बड़ी चुनौती होती है।
गडचिरोली संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गोंदिया जिले के आमगांव विधानसभा क्षेत्र में यह क्षेत्र समाविष्ट होता है। जिसे देखते हुए कल से शुरू हो रहे पारी कोपार लिंगो मां कली कंकाली यात्रा के दौरान की जाने वाली व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए 20 फरवरी को सांसद अशोक नेते ने कचारगढ़ में समीक्षा बैठक में भाग लिया। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसकी ओर विशेष ध्यान दिया जाए। बैठक में जिलाधिकारी प्रजित नायर, जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम. मुरूगानंथम, पुलिस अधिक्षक निखिल पिंगले, उपविभागीय अधिकारी सत्यम गांधी, अपर पुलिस अधिक्षक नित्यानंद झा, आपदा प्रबंधन अधिकारी राजन चौबे एवं कचारगढ़ देवस्थान समिति के अध्यक्ष दुर्गाप्रसाद कोकोडे उपस्थित थे।
22 से 26 फरवरी के दौरान होने वाली कचारगढ़ यात्रा के लिए पार्किंग व्यवस्था, सड़क तैयार करने, पिने के पानी की व्यवस्था, विशेष मेडिकल पथक, सूचना फलक लगाने, खाद्य पदार्थ निरीक्षण एवं कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी उचित तरह से पुरी करने के लिए प्रशासन द्वारा नियोजन किए जाने की जानकारी जिलाधिकारी प्रजित नायर ने दी। सांसद नेते ने कहा कि बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने के कारण कानून व्यवस्था बनाए रखने की दृष्टि से पुलिस बंदोबस्त लगाया जाना चाहिए। उसी प्रकार पर्याप्त संख्या में मोबाईल शौचालय, एसटी बसों की व्यवस्था की जानी चाहिए। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि तीन स्थानों पर मेडिकल कैम्प लगाए गए है। एम्बुलेंस भी रखी जा रही है।
स्ट्रीट लाईट लगाने का काम शुरू है। इसके अलावा अन्न निरीक्षक दुकानों में बिकने वाले खाद्य पदार्थों की जांच करेंगे। यात्रा के दौरान 12 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने का नियोजन भी किया गया है। 500 से 600 वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था भी की गई है। अतिविशिष्ट व्यक्तियों के आगमन को देखते हुए हेलिपेड भी बनाया गया है। सांसद नेते ने जिला प्रशासन को यात्रा के दौरान सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने को कहा।