बच्चों में फैल रहा नेत्र संक्रमण, चिंता से घिरे अभिभावक

  • नेत्र संक्रमण
  • तेजी से फैल रहा
  • अभिभावकों को हो रही चिन्ता
  • स्वास्थ्य विभाग ने बताया सामान्य वायरल

Bhaskar Hindi
Update: 2023-08-09 13:36 GMT

डिजिटल डेस्क, गोंदिया. जिले में पिछले 15 दिन से बच्चों में नेत्र संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। यह स्थिति शहरों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग एक समान है। बोलचाल की भाषा में इसे "आंख आना' कहा जाता है। आंख आने के कारण स्कूल में आने वाले बच्चों की संख्या में भी कमी आ रही है। इससे पालकों की चिंता बढ़ गई है।बच्चों की रोक प्रतिरोधक शक्ति कम होने के कारण उन पर किसी भी प्रकार के संक्रमण का असर जल्दी होता है। वर्तमान में स्कूली बच्चों के साथ ही बड़ी उम्र के लोगों में भी आंखों का संक्रमण दिखाई पड़ रहा है। कई बच्चे एवं नागरिक काले चश्मे लगाए हुए दिख रहे है। वहीं स्कूलों में बच्चों को मुख्याध्यापक एवं शिक्षक तीन-चार दिनों के लिए घरों में ही रहने की सलाह दे रहे है। वहीं डाक्टर भी बच्चों को स्कूल न भेजने एवं घर पर रहकर ही आराम करने की सलाह दे रहे है। हालांकि इस संक्रमण से किसी के गंभीर बीमार होने की जानकारी अब तक नहीं मिली है। लेकिन संक्रमण के कारण चिंता जरूर दिखाई पड़ रही है। इस संबंध में जिला संक्रामक रोग नियंत्रक अधिकारी डा. निरंजन अग्रवाल से जानकारी मांगने पर उन्होंने बताया कि जिले में पिछले 10-15 दिनों से आंखों के संक्रमण की जानकारी विभाग को मिली है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक विभाग को 1489 व्यक्तियों में संक्रमण की जानकारी मिली है। प्रतिदिन 200 से 250 नए संक्रमण की जानकारी सामने आ रही है।

इनमें बच्चों के अलावा बढ़ो का भी समावेश है, लेकिन थोड़ीसी सावधानी बरतकर इससे बचा जा सकता है। यह संक्रमण एक प्रकार का वायरल कंजेक्टिवाईटिस है। जो तीन-चार दिनों में अपने आप ठीक हो जाता है। वैसे चिकित्सकों से जांच करवाना बेहतर है। शासकीय अस्पतालों में इसके लिए आवश्यक ड्राप आदि उपलब्ध है। यदि किसी बच्चे अथवा बड़े को आंखों में परेशानी हो तो सावधानी के रूप में उसे तीन-चार दिनों तक आयसोलेशन में रहना चाहिए। ताकि संक्रमण फैल न सके। वैसे स्वास्थ्य विभाग के पास इस तरह के संक्रमण से निपटने के लिए पर्याप्त व्यवस्था है। 

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